सतीश झा, बेनीपुर/दरभंगा, देशज टाइम्स। Darbhanga का ‘चार्ल्स ‘शोभराज…’ खोल चुका है PMCH की ‘हथकड़ी’ भी, कई कारनामे दर्जं हैं जेल के अंदर, अब DMCH से फरार सूरज की तलाश में Darbhanga Police का Search operation |
Darbhanga के मदरसा में ‘ …भीख मांगती हिंदू लड़की, फिर? देखें VIDEO
View this post on Instagram
हथकड़ी समेत ICU से फरार सूरज कुमार की तलाश
हथकड़ी समेत ICU से फरार सूरज कुमार की तलाश में दरभंगा पुलिस का सर्च ऑपरेशन तेज।घनश्यामपुर थाना के दो मामलों में आरोपी सूरज कुमार का डीएमसीएच से फरार होना कोई नई बात नहीं है। पेट दर्द का बहाना बना कर डीएमसीएच ICU से भागा विचाराधीन बंदी सूरज कुमार दरभंगा का चार्ल्स सोभराज है…
एक बार फिर सूरज कुमार का चालाक ब्रेन एक्टिव
बेनीपुर उपकारा के विचाराधीन बंदी सूरज कुमार एक बार फिर डीएमसीएच (DMCH) से हथकड़ी सहित फरार हो गया है। इस घटना से जेल प्रशासन में हड़कंप मच गया है।
पेट दर्द की शिकायत पर भर्ती कराया गया था डीएमसीएच
सूरज कुमार, तारडीह प्रखंड के मछैता गांव का निवासी है।
वह घनश्यामपुर थाना क्षेत्र के दो अलग-अलग कांडों (कांड संख्या 260/21 एवं 271/22) का नामजद अभियुक्त है।
शनिवार को पेट में गंभीर दर्द की शिकायत के बाद उसे डीएमसीएच के आईसीयू वार्ड में भर्ती कराया गया था।
रविवार को शौचालय जाने के बहाने हथकड़ी सहित फरार हो गया।
पहले भी हो चुका है फरार
वर्ष 2021 में सूरज कुमार पटना के पीएमसीएच कैदी वार्ड से भी फरार हो चुका है।
फरारी के बाद वह बेनीपुर अनुमंडल अस्पताल पहुंचा था, जहां पहचान होने पर पुनः गिरफ्तार किया गया था।
जेल में दिखाता था विक्षिप्त मानसिकता
जेल सूत्रों के अनुसार, सूरज कुमार जेल में अक्सर अन्य कैदियों से उलझता था।
एक बार उसने अगरबत्ती स्टैंड से गला और पेट काटकर आत्महत्या का प्रयास भी किया था।
मानसिक अस्थिरता के कारण उसे कई बार अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा था।
गिरफ्तारी के लिए जगह-जगह छापेमारी
सूरज कुमार की गिरफ्तारी के लिए जेल प्रशासन और पुलिस प्रशासन ने जोरदार छापेमारी अभियान शुरू कर दिया है।
अधिकारियों ने कहा है कि जल्द ही सूरज कुमार को पकड़कर फिर से जेल भेजा जाएगा।
इस घटना ने कारावास सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवालिया निशान खड़े कर दिए हैं।
प्रशासन के लिए चुनौती बनता सूरज कुमार
बार-बार फरारी की घटनाओं ने प्रशासन के समक्ष गंभीर चुनौती खड़ी कर दी है।
सुरक्षा प्रोटोकॉल की सख्त समीक्षा और सुधार की आवश्यकता महसूस की जा रही है।