
दरभंगा ब्रेकिंग: मामूली कहासुनी में युवक की चाकू से हत्या,मधुबनी में युवक को पेट में घोंपा चाकू, मौके पर ही मौत – आरोपी गिरफ्तार। गांव में जलसा की तैयारी, लेकिन फैल गया मातम –कमतौल में खून से सना बीती देर रात!@आंचल कुमारी, कमतौल-दरभंगा, देशज टाइम्स।
हजरत मोहम्मद साहब के जन्मदिन पर मातम –
युवक ने दोस्त को मारी चाकू, रेलवे गुमटी के पास काम करने वाले युवक की हत्या, आरोपी हन्नान को पुलिस ने पकड़ा। हजरत मोहम्मद साहब के जन्मदिन पर छाया मातम – जलसा रद्द, गांव में मातमी सन्नाटा। मौत के बाद हड़कंप।@आंचल कुमारी, कमतौल-दरभंगा, देशज टाइम्स।
हाइलाइट्स | जलसा का कार्यक्रम रद, गांव में शोक
बिस्फी थाना क्षेत्र के चहुँटा गांव में चाकूबाजी से युवक की मौत। मृतक – मो. रहमत, आरोपी – मो. हन्नान। आरोपी को ग्रामीणों ने पकड़कर पुलिस को सौंपा। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा और जांच शुरू की। जलसा का कार्यक्रम रद्द, गांव में शोक का माहौल।
चहुंटा गांव (बिस्फी) में चाकूबाजी से युवक की मौत, आरोपी गिरफ्तार
कमतौल (दरभंगा), देशज टाइम्स। शुक्रवार शाम मधुबनी जिले के बिस्फी थाना क्षेत्र के चहुंटा गांव में उस समय सनसनी फैल गई जब एक युवक ने चाकू मारकर दूसरे युवक की हत्या कर दी। मृतक की पहचान मो. रहमत के रूप में हुई है, जबकि आरोपी युवक मो. हन्नान को ग्रामीणों ने पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया।
कैसे हुई घटना
घटना शुक्रवार देर शाम की है। मृतक मो. रहमत का आरोपी मो. हन्नान से किसी बात को लेकर कहासुनी हो गई। इसी दौरान हन्नान ने जेब से चाकू निकालकर रहमत के कमर के पास पेट में वार कर दिया। गंभीर रूप से घायल रहमत को स्थानीय स्तर पर इलाज की कोशिश की गई, लेकिन उसकी मौत हो गई।
मृतक का परिवार और जीवन
मृतक रहमत अपने बीमार पिता के साथ गांव में रहता था। रोज़ी-रोटी के लिए उसका बड़ा भाई परदेश में मजदूरी करता है। रहमत रेलवे गुमटी के पास स्थित ग्रिल दुकान में काम करता था।
पुलिस की कार्रवाई
घटना की सूचना मिलते ही
एसडीपीओ बेनीपट्टी अमित कुमार, एसडीपीओ सदर टू (कमतौल) शुभेन्द्र कुमार, बिस्फी थानाध्यक्ष अविनाश कुमार दल-बल के साथ मौके पर पहुंचे। आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया।
पुलिस ने कहा कि आवेदन मिलने पर अग्रिम कार्रवाई की जाएगी और घटनास्थल पर सुरक्षा के मद्देनज़र पुलिस कैंप भी करेगी।
गांव में मातम और कार्यक्रम स्थगित
गांव में इस घटना से गहरा आक्रोश और मातमी सन्नाटा छा गया है। हजरत मोहम्मद साहब के जन्मदिन पर आयोजित होने वाला जलसा कार्यक्रम स्थगित करना पड़ा। खुशी का माहौल मातम में बदल गया।