दरभंगा जिले के कुशेश्वरस्थान थाना क्षेत्र के औराही गांव में शनिवार देर शाम एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया गया। पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर छापेमारी कर 35 लीटर देशी शराब बरामद की और मौके से मां और बेटे को गिरफ्तार किया।
थाना अध्यक्ष अंकित चौधरी ने जानकारी देते हुए बताया कि यह कार्रवाई विशेष सूचना के आधार पर की गई, जिसमें गांव के निवासी विकास कुमार के घर को टारगेट किया गया।
घर में छुपाकर रखी गई थी अवैध शराब
छापेमारी के दौरान विकास कुमार के घर से 35 लीटर देशी शराब जब्त की गई। शराब को घर के भीतर छुपाकर रखा गया था, जिसे बिहार में पूर्ण शराबबंदी कानून के तहत गंभीर अपराध माना जाता है।
पुलिस को संदेह था कि यह घर अवैध शराब निर्माण और वितरण का केंद्र बना हुआ है।
गिरफ्तार हुए मां और बेटा
कार्रवाई के दौरान पुलिस ने गृहस्वामी विकास कुमार और उसकी मां रंजू देवी (पति: सीक्रेटी मुखिया उर्फ परशुराम मुखिया) को मौके से ही गिरफ्तार कर लिया।
थाना अध्यक्ष ने पुष्टि की कि दोनों आरोपी शराब के इस गैरकानूनी कारोबार में संलिप्त थे और स्थानीय स्तर पर वितरण की योजना बना रहे थे।
प्राथमिकी दर्ज, न्यायिक हिरासत में भेजे गए आरोपी
इस पूरी घटना के संबंध में कुशेश्वरस्थान थाना में मद्य निषेध एवं उत्पाद अधिनियम के तहत सुसंगत धाराओं में प्राथमिकी दर्ज की गई है।
थाना अध्यक्ष अंकित चौधरी ने बताया कि:
“गिरफ्तार मां-बेटे को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। आगे की कार्रवाई मद्य निषेध विभाग के दिशा-निर्देशों के अनुरूप की जा रही है।”
बिहार में शराबबंदी: एक सख्त कानून
बिहार में शराबबंदी कानून अप्रैल 2016 से लागू है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अगुवाई में यह कानून लागू किया गया, जिसमें शराब की खरीद, बिक्री, भंडारण और सेवन पूरी तरह प्रतिबंधित है।
मद्य निषेध अधिनियम 2016 के तहत अपराध साबित होने पर 10 साल तक की सजा या जुर्माना या दोनों का प्रावधान है।
स्थानीय स्तर पर अवैध शराब के खिलाफ बढ़ी कार्रवाई
कुशेश्वरस्थान सहित पूरे दरभंगा जिले में अवैध शराब कारोबार के खिलाफ प्रशासन लगातार सख्त कार्रवाई कर रहा है। पिछले कुछ महीनों में कई गांवों से अवैध शराब की बरामदगी और गिरफ्तारियों की खबरें सामने आई हैं।
प्रशासन का लक्ष्य है कि:
स्थानीय स्तर पर अवैध नेटवर्क को ध्वस्त किया जाए
जनता को नशामुक्ति के लिए जागरूक किया जाए
कानून का पालन सुनिश्चित किया जाए