
सूरत से लौटा था रोज़ी-रोटी कमाने वाला पिता, दरभंगा पहुंचते ही हो गई दर्दनाक मौत! घर लौट रहे मज़दूर की दरभंगा में अचानक मौत। अलीनगर गांव में मातम – सूरत से लौटे मजदूर की मौत ने उजाड़ा पूरा परिवार, स्टेशन से निकलते ही बिगड़ी तबीयत।@मनोज कुमार झा, अलीनगर-दरभंगा देशज टाइम्स।
10 साल से कर रहे थे गुजरात में मजदूरी, दरभंगा लौटते ही जिंदगी ने धोखा दे दिया
5 बच्चों और पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल। 10 साल से कर रहे थे गुजरात में मजदूरी, दरभंगा लौटते ही जिंदगी ने धोखा दे दिया। सुबह घर जाने निकला था, रास्ते में टूट गई सांसें – परिजनों में मचा कोहराम।@अलीनगर-दरभंगा देशज टाइम्स।
सूरत से लौट रहे अलीनगर के प्रवासी मजदूर की दरभंगा में मौत, मातम
अलीनगर, दरभंगा, देशज टाइम्स । गुजरात के सूरत (Surat) से अपने गांव लौट रहे अलीनगर प्रखंड के इमामगंज निवासी 53 वर्षीय राम बालक यादव उर्फ मोगल यादव की शुक्रवार की सुबह अचानक मौत हो गई। घटना से पूरे परिवार और गांव में शोक की लहर दौड़ गई।
सूरत से लौटते समय बिगड़ी तबीयत
राम बालक यादव पिछले 10 वर्षों से सूरत में मजदूरी कर परिवार का भरण-पोषण कर रहे थे। हाल ही में उनकी तबीयत खराब हुई, जिसके बाद वे घर लौटने के लिए रवाना हुए। गुरुवार की मध्यरात्रि वे ट्रेन से दरभंगा स्टेशन उतरे और रात वहीं रुके।
शुक्रवार सुबह घर जाने के लिए बस पकड़ने दोनार के दिलावरपुर पहुंचे, जहां अचानक तबीयत बिगड़ने से उनकी मौत हो गई। वह गुजरात के सूरत शहर में पिछले 10 वर्षों से मजदूरी कर अपने परिवार का भरण पोषण कर रहे थे। ग्रामीणों ने बताा कि राम बालक यादव का सूरत में ही कुछ दिन पूर्व तबीयत खराब हो गया था, जहां से वह अपने घर को लौट रहे थे।
स्थानीय लोगों ने दी सूचना
गुरुवार की मध्य रात्रि में ट्रेन से दरभंगा स्टेशन पर उतरा और रात्रि में स्टेशन पर ही रुकने के बाद सुबह घर के लिए बस पकड़ने दोनार के दिलावरपुर आ रहे थे, जहां अचानक तबीयत खराब होने के कारण एकाएक उनका मौत हो गया।
अंतिम समय में उन्होंने स्थानीय लोगों को बताया कि वे अलीनगर इमामगंज गांव के निवासी हैं। मौके पर मौजूद लोगों ने तुरंत प्रशासन और पुलिस को सूचना दी। प्रशासन ने परिजनों को खबर दी और शव को डीएमसीएच पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया।
घर पहुंचते ही मचा कोहराम
राम बालक यादव उर्फ मोगल यादव छह महीना पूर्व ही गांव से पुनः सूरत मजदूरी के लिए गए थे। इन्हें चार पुत्र एवं एक पुत्री के साथ 50 वर्षीय विधवा पवन देवी को अपने पीछे छोड़ गए है। इनके बड़े पुत्र अमरजीत यादव शादीशुदा है।
शव गांव पहुंचते ही परिवार और ग्रामीणों में चीख-पुकार मच गई। मृतक की पत्नी पवन देवी (50 वर्ष) और चार पुत्र व एक पुत्री का रो-रोकर बुरा हाल है। मृतक के बड़े पुत्र अमरजीत यादव विवाहित हैं।
गांव में उमड़ा जनसैलाब
घटना की जानकारी मिलते ही प्रमुख प्रतिनिधि राजीव कुमार यादव, पंचायत के मुखिया मनेसुर रहमान समेत कई स्थानीय जनप्रतिनिधि व ग्रामीण संवेदना व्यक्त करने पहुंचे।शुक्रवार दोपहर बाद शव का गांव में ही अंतिम संस्कार किया गया।