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11 सितम्बर, 2024
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Darbhanga के 15 स्कूल बने क्लाइमेट स्मार्ट मॉडल– हर स्कूल में होगा ‘हजार्ड हंट’, सुरक्षा समिति – जानिए नई योजना

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दरभंगा में चला ‘सुरक्षित शनिवार’ मिशन! 15 स्कूल बने क्लाइमेट स्मार्ट मॉडल। दरभंगा में शिक्षा भवन से बड़ी पहल – सुरक्षित शनिवार से बदल जाएगी स्कूलों की तस्वीर। 15 स्कूल चुने गए क्लाइमेट स्मार्ट मॉडल के लिए – अब बच्चों की सुरक्षा होगी और मजबूत।@दरभंगा देशज टाइम्स।

दरभंगा के स्कूलों में नई सुरक्षा क्रांति, हर स्कूल में होगा ‘हजार्ड हंट’ और सुरक्षा समिति – जानिए नई योजना

UNICEF और जिला प्रशासन की साझेदारी से दरभंगा के स्कूलों में नई सुरक्षा क्रांति। NDRF भी देगा सहयोग – दरभंगा के स्कूलों को बनाया जाएगा आपदा प्रबंधन में सक्षम। मुख्यमंत्री विद्यालय सुरक्षा कार्यक्रम की समीक्षा: अब हर स्कूल होगा सुरक्षित और स्मार्ट। अब दरभंगा के हर स्कूल में होगा ‘हजार्ड हंट’ और सुरक्षा समिति – जानिए नई योजना@दरभंगा देशज टाइम्स।

शिक्षा भवन सभागार, करमगंज में जिला स्तरीय समीक्षा सह उन्मुखीकरण कार्यक्रम

दरभंगा,देशज टाइम्स। शिक्षा भवन सभागार, करमगंज, दरभंगा में शुक्रवार को मुख्यमंत्री विद्यालय सुरक्षा कार्यक्रम (Safe Saturday) के प्रभावी क्रियान्वयन और सुदृढ़ीकरण हेतु प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी (BEO) और प्रधानाध्यापकों की जिला स्तरीय समीक्षा सह उन्मुखीकरण बैठक आयोजित की गई। इस कार्यक्रम का आयोजन बिहार इंटर एजेंसी ग्रुप द्वारा यूनिसेफ (UNICEF) और GPSVS के तकनीकी सहयोग से किया गया।

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कार्यक्रम का उद्देश्य और पृष्ठभूमि

इस समीक्षा बैठक का मुख्य उद्देश्य था, विद्यालयों में सुरक्षा मानकों को मजबूत करना। आपदा प्रबंधन से जुड़ी गतिविधियों की समीक्षा करना। कोविड-19 महामारी के बाद पुनः प्रशिक्षण की आवश्यकता पर बल देना। बैठक में यह चर्चा हुई कि कोविड काल के बाद कई प्रशिक्षित शिक्षक और प्रधानाध्यापक सेवानिवृत्त या स्थानांतरित हो चुके हैं। ऐसे में पुनः प्रखंड स्तरीय प्रशिक्षण कार्यक्रम की आवश्यकता है। इसके लिए प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी पहल करेंगे।

8 चरणों पर विस्तृत जानकारी

जिला समन्वयक डॉ. श्याम कुमार सिंह ने मुख्यमंत्री विद्यालय सुरक्षा कार्यक्रम के आठ चरणों और उनकी प्रक्रियाओं को विस्तार से बताया। इनमें शामिल हैं। इसमें, फोकल शिक्षक की भूमिका, विद्यालय आपदा प्रबंधन समिति का गठन, हजार्ड हंट गतिविधि, विद्यालय सुरक्षा योजना का निर्माण, सुरक्षित शनिवार की गतिविधियां, योजना क्रियान्वयन हेतु हितधारकों से समन्वय, निरंतर समीक्षा और प्रशिक्षण, आपदा प्रबंधन में सामुदायिक भागीदारी शामिल है।

श्री सिंह ने यह भी कहा कि विद्यालयों को केवल सुरक्षित बनाना ही लक्ष्य नहीं है, बल्कि उन्हें क्लाइमेट स्मार्ट स्कूल के रूप में विकसित करना भी आवश्यक है।

क्लाइमेट स्मार्ट स्कूल की अवधारणा

कार्यक्रम में सहायक आपदा प्रबंधन पदाधिकारी प्रणव कुमार ने बताया कि GPSVS के अलावा जिले में बिहार इंटर एजेंसी ग्रुप से जुड़ी अन्य संस्थाएँ भी सहयोग करेंगी। इनके समर्थन से कुछ विद्यालयों को क्लाइमेट स्मार्ट स्कूल के रूप में विकसित किया जाएगा।

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उन्होंने यह भी जानकारी दी कि इस दिशा में राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) की टीम भी तकनीकी और प्रशिक्षण स्तर पर मदद करेगी।

मीडिया और प्रशासनिक पहल

मीडिया समन्वयक सुनील कुमार ने बताया कि आगे चलकर प्रखंड स्तरीय समीक्षा सह उन्मुखीकरण बैठकें भी आयोजित की जाएंगी। इसके लिए जल्द ही सभी संबंधित स्कूलों को पत्र जारी किए जाएंगे।

उन्होंने यह भी प्रस्ताव रखा कि सभी प्रधानाध्यापकों के लिए एक ऑनलाइन ओरिएंटेशन अगले कुछ दिनों में आयोजित किया जाएगा, जिससे शिक्षक और स्कूल प्रशासन योजना के क्रियान्वयन के लिए और अधिक तैयार हो सकें।

15 विद्यालयों का चयन, देखें पूरी लिस्ट

इस बैठक में जिले के विभिन्न हिस्सों से 15 विद्यालयों का चयन किया गया जिन्हें क्लाइमेट स्मार्ट मॉडल स्कूल के रूप में विकसित किया जाएगा। इनमें शामिल हैं। इसमें, मध्य विद्यालय मखनाही, मध्य विद्यालय बीरा, मध्य विद्यालय देवरी, मध्य विद्यालय तुमौल, उच्च विद्यालय रसियारी, मध्य विद्यालय थलवारा, हमीदिया मदरसा, सालफिया मदरसा, मध्य विद्यालय हरिहरपुर, हाई स्कूल कमतौल, मध्य विद्यालय सिंहवाड़ा अनु., मध्य विद्यालय बरुआरा, मध्य विद्यालय सुसरी, NPS कौनी घाट, प्राथमिक विद्यालय जाले शामिल हैं।

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जिला समन्वयक डॉ. श्याम कुमार सिंह ने अपील की कि इंटर एजेंसी ग्रुप के साथी और भी विद्यालयों को गोद लेकर मॉडल स्कूल के रूप में विकसित करने में सहयोग करें।

कार्यक्रम से जुड़ा व्यापक महत्व

यह बैठक केवल समीक्षा तक सीमित नहीं थी, बल्कि यह आने वाले वर्षों में विद्यालय सुरक्षा संस्कृति को सुदृढ़ करने की दिशा में एक ठोस पहल है। कार्यक्रम का लक्ष्य है कि हर बच्चा एक सुरक्षित और आपदा-प्रतिकूल स्कूल वातावरण में शिक्षा प्राप्त कर सके। इस दिशा में यूनिसेफ (UNICEF) और बिहार इंटर एजेंसी ग्रुप (Bihar IAG) का सहयोग मिलना महत्वपूर्ण है।

जिला स्तर पर चुने गए 15 विद्यालयों का विकास

दरभंगा में आयोजित यह समीक्षा सह उन्मुखीकरण बैठक विद्यालय सुरक्षा की दिशा में एक महत्वपूर्ण पड़ाव है। पुनः प्रशिक्षण, क्लाइमेट स्मार्ट स्कूल की अवधारणा, और जिला स्तर पर चुने गए 15 विद्यालयों का विकास आने वाले समय में जिले के बच्चों को सुरक्षित, आधुनिक और आपदा-प्रतिरोधी वातावरण उपलब्ध कराने में मदद करेगा।

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