सतीश चंद्र झा, बेनीपुर, दरभंगा |– मरीजों की सुविधा, अस्पताल के संचालन में पारदर्शिता और स्वास्थ्य सेवाओं की निगरानी के उद्देश्य से अनुमंडल अस्पताल, बेनीपुर में रोगी कल्याण समिति (Rogi Kalyan Samiti) का विधिवत गठन किया गया। यह समिति बिहार सरकार के निर्देशानुसार राज्य के प्रत्येक अनुमंडल अस्पताल में बनाई जा रही है।
स्वास्थ्य विभाग के निर्देश पर गठित हुई समिति
बिहार सरकार के स्वास्थ्य विभाग द्वारा रोगी कल्याण समिति (RKS) के गठन का निर्देश कुछ माह पूर्व ही जारी किया गया था। इस आदेश के तहत हर अनुमंडल अस्पताल में एक शासी निकाय (Governing Body) और रोगी कल्याण समिति गठित की जानी थी, ताकि अस्पताल प्रबंधन और जनहित से जुड़े निर्णय बेहतर ढंग से लिए जा सकें।
इस क्रम में सिविल सर्जन, दरभंगा द्वारा भी बेनीपुर अनुमंडल प्रशासन को पत्र भेजकर समिति के गठन की प्रक्रिया को शीघ्र पूर्ण करने का निर्देश दिया गया था।
गठित समिति की संरचना
मंगलवार को अनुमंडल पदाधिकारी मनीष कुमार झा की अध्यक्षता में अनुमंडल अस्पताल, बेनीपुर में आयोजित बैठक के दौरान यह समिति गठित की गई। इस बैठक में अस्पताल प्रशासन, स्थानीय जनप्रतिनिधि और समाजसेवी उपस्थित थे।
समिति के पदाधिकारी निम्न प्रकार हैं:
पदेन अध्यक्ष – मनीष कुमार झा (अनुमंडल पदाधिकारी, बेनीपुर)
पदेन सचिव – कुमारी भारती (अनुमंडल अस्पताल उपाधीक्षक)
सदस्य नामित किए गए:
रामकुमार झा – समाजसेवी
सुरेश कुमार महतो – ग्रामीण प्रतिनिधि
विष्णु देव पासवान – सामाजिक कार्यकर्ता
इस्का बजाज – महिला प्रतिनिधि
निभा देवी – वार्ड सदस्य
उपेंद्र पासवान – स्वास्थ्य जनप्रतिनिधि
समिति के कार्य एवं जिम्मेदारियाँ
इस शासी निकाय का मुख्य उद्देश्य अस्पताल के सुचारू प्रबंधन, बजट की पारदर्शिता और रोगियों की सुविधाओं में सुधार लाना है। समिति निम्नलिखित बिंदुओं पर कार्य करेगी:
अस्पताल में आने वाले मरीजों को समय पर चिकित्सा सेवा, दवाएं, जांच सुविधा मिल सके।
अस्पताल परिसर की स्वच्छता, जल आपूर्ति, बिजली जैसी बुनियादी सुविधाएं बनी रहें।
आवश्यकता अनुसार सरकारी बजट एवं दान राशि का सदुपयोग हो।
स्थानीय समस्याओं का समाधान समाज के सक्रिय प्रतिनिधियों के साथ मिलकर किया जाए।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) के तहत यह समिति जनता की भागीदारी को बढ़ावा देने और अस्पतालों की स्वायत्तता सुनिश्चित करने हेतु एक प्रभावी कदम है।
बिहार सरकार की मंशा के अनुरूप एक कदम आगे
स्वास्थ्य विभाग, बिहार द्वारा यह स्पष्ट किया गया है कि हर अस्पताल में यह समिति विकेंद्रीकरण (Decentralization) के सिद्धांत पर कार्य करेगी। इसका अर्थ यह है कि अब अस्पताल के नीतिगत निर्णय स्थानीय प्रशासन एवं समाज के प्रतिनिधियों की भागीदारी से होंगे। इससे निर्णय लेने की प्रक्रिया तेज़ और ज़मीनी होगी।
इसके अलावा, समिति अस्पताल में होने वाले खर्च, संसाधनों की खरीद, कर्मियों की जरूरतों पर भी निगरानी रखेगी और आवश्यकता अनुसार निर्णय ले सकेगी।
स्थानीय लोगों की भागीदारी से पारदर्शी प्रबंधन की उम्मीद
नामित सदस्यों में विभिन्न सामाजिक, जातीय, एवं पेशेवर पृष्ठभूमि के लोग हैं जिससे सभी वर्गों का प्रतिनिधित्व सुनिश्चित किया गया है। इससे उम्मीद है कि हर वर्ग की समस्याएं और सुझाव सीधे प्रशासन तक पहुँचेंगे और उनके समाधान में पारदर्शिता बनी रहेगी।
अनुमंडल पदाधिकारी ने जताई आशा
बैठक के दौरान अनुमंडल पदाधिकारी मनीष कुमार झा ने कहा:
“रोगी कल्याण समिति के माध्यम से हम अस्पताल प्रबंधन में जनता की भागीदारी सुनिश्चित करेंगे और स्वास्थ्य सेवाओं को अधिक लोक-केन्द्रित, पारदर्शी और जवाबदेह बनाएंगे।”
एक सकारात्मक पहल जो…
बेनीपुर अनुमंडल अस्पताल में गठित रोगी कल्याण समिति एक सकारात्मक पहल है जो अस्पतालों के संचालन को सुधारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। यह पहल न केवल सरकार की स्वास्थ्य सुधार नीति के अनुरूप है, बल्कि जनता की भागीदारी के माध्यम से लोकतांत्रिक मूल्यों को भी बल देती है।