Bihar Law and Order: बिहार की धरती पर जब अपराध का साया गहराता है, तब जनमानस में भय का बीज पनपने लगता है। लेकिन अब राज्य के सियासी गलियारों में एक नई हुंकार सुनाई दे रही है, जो इस अंधकार को मिटाने का दावा करती है। उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने गृह मंत्रालय का प्रभार संभालने के बाद से ही आक्रामक तेवर अपनाए हैं, और उनकी यह आक्रामकता कानून व्यवस्था के मोर्चे पर एक नए अध्याय की शुरुआत का संकेत दे रही है।
बिहार लॉ एंड ऑर्डर: सम्राट चौधरी का एक्शन प्लान
पटना में पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वर्गीय जय नारायण निषाद की सातवीं पुण्यतिथि के अवसर पर आयोजित एक समारोह में उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने अपराध के खिलाफ अपनी सरकार की रणनीति को स्पष्ट रूप से सामने रखा। उन्होंने कहा कि अपराध और अपराधियों के खिलाफ सरकार ने शून्य सहिष्णुता की नीति अपनाई है। किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।
चौधरी ने पुलिस प्रशासन को सख्त हिदायत दी कि अपराध नियंत्रण में कोई कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि राज्य में शांति और सुरक्षा स्थापित करना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। इसके लिए पुलिस को हर संभव संसाधन और अधिकार दिए जाएंगे, ताकि वे अपना काम निष्पक्ष और प्रभावी ढंग से कर सकें। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
उनके संबोधन में यह स्पष्ट था कि अपराधियों के हौसले पस्त करने और जनता में विश्वास जगाने के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने पुलिस अधिकारियों को फील्ड में जाकर सक्रिय रूप से काम करने और अपराधियों की हर गतिविधि पर पैनी नजर रखने का निर्देश दिया।
पूर्व केंद्रीय मंत्री को श्रद्धांजलि और संकल्प
यह कार्यक्रम सिर्फ कानून-व्यवस्था पर सरकार का रुख स्पष्ट करने का मंच नहीं था, बल्कि यह पूर्व केंद्रीय मंत्री जय नारायण निषाद को श्रद्धांजलि अर्पित करने का भी अवसर था। सम्राट चौधरी ने स्वर्गीय निषाद के योगदान को याद किया और कहा कि उनके आदर्शों पर चलते हुए समाज में शांति और सौहार्द स्थापित करना ही उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि होगी। इस अवसर पर कई गणमान्य व्यक्तियों और स्थानीय नेताओं ने भी स्वर्गीय निषाद को याद किया और उनके सामाजिक कार्यों की सराहना की।
बिहार में कानून-व्यवस्था की स्थिति हमेशा से एक संवेदनशील मुद्दा रही है। पिछली सरकारों पर भी इस मुद्दे को लेकर लगातार सवाल उठते रहे हैं। ऐसे में सम्राट चौधरी का यह आक्रामक रुख नई सरकार की मंशा को दर्शाता है। उन्होंने यह भी कहा कि जिन पुलिस अधिकारियों को अपराध नियंत्रण की जिम्मेदारी सौंपी गई है, यदि वे अपने कर्तव्यों का निर्वहन ठीक से नहीं करेंगे तो उनके खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी। यह संदेश स्पष्ट है कि सरकार किसी भी स्तर पर समझौता करने के मूड में नहीं है। देश की हर बड़ी ख़बर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें https://deshajtimes.com/news/national/।
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार की छवि को अपराध मुक्त बनाने के लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा। पुलिसिंग में सुधार, टेक्नोलॉजी का उपयोग और सामुदायिक पुलिसिंग जैसे पहलुओं पर भी ध्यान केंद्रित किया जाएगा। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
अपराधियों पर नकेल कसने की रणनीति
सरकार की रणनीति में त्वरित न्याय सुनिश्चित करना भी शामिल है। यह केवल अपराधियों को पकड़ने तक सीमित नहीं है, बल्कि उन्हें समय पर सजा दिलाना भी उतना ही महत्वपूर्ण है। इसके लिए फास्ट ट्रैक कोर्ट और प्रभावी अभियोजन पर जोर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि जिन जिलों में अपराध दर ज्यादा है, वहां विशेष अभियान चलाए जाएंगे और अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया जाएगा। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि आम आदमी बिना किसी डर के अपना जीवन व्यतीत कर सके। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
सम्राट चौधरी के इन बयानों से यह साफ हो गया है कि आने वाले दिनों में बिहार में कानून व्यवस्था को लेकर बड़े बदलाव देखने को मिल सकते हैं। उनकी यह पहल कितनी सफल होती है, यह तो वक्त ही बताएगा, लेकिन इतना तय है कि सरकार ने इस दिशा में एक मजबूत कदम बढ़ा दिया है।




