दरभंगा न्यूज: बिहार के दरभंगा स्थित संस्कृत विश्वविद्यालय के भीतर से एक ऐसी चौंकाने वाली खबर सामने आई है, जिसने पूरे शिक्षा जगत में हलचल मचा दी है। विश्वविद्यालय के आंदोलनकारी कर्मचारियों ने परिसर में जमकर हंगामा करते हुए प्रभारी कुलपति और कुलसचिव समेत सभी अधिकारियों को उनके कार्यालय से बाहर कर दिया। आखिर क्यों इतनी बड़ी कार्रवाई को अंजाम देने पर मजबूर हुए कर्मचारी?
मंगलवार को दरभंगा के कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय में कार्यरत कर्मचारियों का गुस्सा इस कदर भड़क उठा कि उन्होंने विश्वविद्यालय प्रशासन को सीधे चुनौती दे डाली। लंबे समय से चली आ रही अपनी मांगों को लेकर आंदोलनरत कर्मचारियों ने पहले तो विरोध प्रदर्शन किया, लेकिन जब उनकी सुनवाई नहीं हुई, तो उन्होंने अपने तेवर और कड़े कर लिए।
कार्यालय छोड़ने पर मजबूर हुए अधिकारी
स्थिति इतनी बिगड़ गई कि कर्मचारियों ने विश्वविद्यालय के महत्वपूर्ण पदों पर बैठे अधिकारियों को भी नहीं बख्शा। जानकारी के अनुसार, आंदोलनकारी कर्मचारियों ने प्रभारी कुलपति (Acting Vice-Chancellor) और कुलसचिव (Registrar) प्रोफेसर ब्रजेश पति त्रिपाठी को भी उनके कार्यालय से बाहर निकल जाने पर मजबूर कर दिया। कुलसचिव त्रिपाठी को उनके कक्ष से बाहर निकाला गया और उन्हें कार्यालय परिसर छोड़ने का आदेश दिया गया।
यह घटनाक्रम विश्वविद्यालय के भीतर व्याप्त गहरे असंतोष और प्रशासनिक गतिरोध का संकेत देता है। कर्मचारियों के इस कठोर कदम ने न सिर्फ विश्वविद्यालय के दैनिक कामकाज को प्रभावित किया, बल्कि उच्च शिक्षा संस्थानों में कर्मचारी-प्रशासन संबंधों पर भी गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। फिलहाल, विश्वविद्यालय में तनाव का माहौल बना हुआ है और आगे की स्थिति पर सभी की नजरें टिकी हुई हैं।


