प्रभास रंजन, दरभंगा | दरभंगा के बाल सुधार गृह में एक और नाबालिग की मौत ने बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है। भरत दास नामक बाल कैदी का शव शुक्रवार देर रात शौचालय में फंदे से लटका मिला।
इस मामले में बाल सुधार गृह के प्रभारी अधीक्षक प्रकाश कुमार गुप्ता के आवेदन पर लहेरियासराय थाना में यूडी केस दर्ज किया गया है।
CCTV फुटेज से खुलासा – रात 2 बजे गया था शौचालय, वापस नहीं लौटा
अधिकारियों के अनुसार, सीसीटीवी फुटेज में भरत दास रात 2 बजे के बाद दो बार शौचालय जाते दिखा। दूसरी बार जाने के बाद वह लौटकर नहीं आया।
शनिवार सुबह जब गिनती के दौरान वह कम पाया गया, तो खोजबीन की गई — और उसका शव शौचालय में गमछे के फंदे से लटका मिला।
घटना स्थल पर प्रशासनिक अमला पहुँचा, SIT टीम का गठन
घटना की सूचना मिलते ही जिलाधिकारी कौशल कुमार, एसएसपी जगुनाथ रेड्डी जलारेड्डी, सदर एसडीओ विकास कुमार, और एसडीपीओ अमित कुमार सहित कई पदाधिकारी मौके पर पहुंचे।
एफएसएल टीम को बुलाकर घटनास्थल के साक्ष्य इकट्ठा किए गए। एसएसपी ने मामले की गहराई से जांच के लिए सदर एसडीपीओ के नेतृत्व में SIT टीम गठित की है।
तीसरी मौत ने खड़े किए गंभीर सवाल
पिछले एक साल में यह तीसरी मौत है जो दरभंगा बाल सुधार गृह में हुई है।
जानकारी के अनुसार—
पहली मौत पिटाई के कारण,
जबकि दो मौतें एक ही शौचालय में फांसी लगने से हुई हैं।
अब सवाल उठ रहा है कि — “शौचालय के अंदर भरत दास जमीन से ऊपर फंदे पर कैसे लटक गया?” पुलिस इन सभी बिंदुओं की बारिकी से जांच कर रही है।
परिजनों ने लगाया हत्या का आरोप
भरत दास के शव का पोस्टमार्टम शनिवार शाम कराया गया और फिर परिजनों को सौंप दिया गया।
हालांकि परिजन अब तक कोई आवेदन नहीं दिए हैं, लेकिन उन्होंने स्पष्ट आरोप लगाया है कि भरत की हत्या की गई है।
भरत दास को हाल ही में भेजा गया था सुधार गृह
जानकारी के मुताबिक, डेढ़ माह पहले सिंहवाड़ा थाना क्षेत्र के पैरा गांव में एक चोरी और आगजनी की घटना में भरत दास शामिल था।
स्थानीय लोगों ने उसे दो अन्य नाबालिगों के साथ पकड़कर पुलिस को सौंपा था। न्यायालय में नाबालिग प्रमाणपत्र प्रस्तुत करने के बाद गुरुवार को उसे बाल सुधार गृह भेजा गया था।
शुक्रवार को परिजन उससे मुलाकात कर घर लौटे ही थे, कि शनिवार सुबह उसकी मौत की खबर मिल गई।