Maithili Language Education: दरभंगा की धरती पर शिक्षा का दीप जलाने वाले शेखर क्लासेस ने 26 वर्ष पूरे कर लिए हैं। यह सिर्फ एक शिक्षण संस्थान नहीं, बल्कि एक ऐसा कारवां है जिसने हजारों सपनों को उड़ान दी है, जहां शिक्षा के साथ-साथ समाज सेवा का संकल्प भी पल्लवित होता रहा है।
दरभंगा: 26 साल का सफ़र और Maithili Language Education का बढ़ता संकल्प
Maithili Language Education: सांसद ने उठाया मैथिली के सम्मान का मुद्दा
शेखर क्लासेस के 26वें स्थापना दिवस समारोह में सांसद गोपाल जी ठाकुर ने मैथिली भाषा के सम्मान को लेकर बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि मैथिली को वह प्रतिष्ठा नहीं मिल पाई है, जिसकी वह वास्तविक हकदार है। सांसद ने इस बात पर ज़ोर दिया कि मिथिलांचल के सभी शिक्षण संस्थानों में मैथिली को एक अनिवार्य विषय के तौर पर पढ़ाया जाना चाहिए। उनका मानना है कि इससे क्षेत्र के छात्रों को विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता हासिल करने में मदद मिलेगी। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। अपने अध्यक्षीय संबोधन में सांसद ने शेखर क्लासेस के 26 वर्षों के सफर की सराहना की और कहा कि संस्थान ने शिक्षा के क्षेत्र में असाधारण योगदान दिया है। उन्होंने बताया कि संस्थान की गतिविधियों से अनेक जरूरतमंद छात्रों को लाभ मिला है, जिससे वे अपनी मंजिल तक पहुंच पाए हैं। सांसद ने शेखर क्लासेस के सामाजिक सरोकारों की भी भूरी-भूरी प्रशंसा की।
शिक्षा के क्षेत्र में शेखर क्लासेस का योगदान अतुलनीय
समारोह को संबोधित करते हुए बेनीपुर विधायक विनय कुमार चौधरी ने शेखर क्लासेस की कार्यप्रणाली की सराहना की। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि आने वाले समय में संस्थान के कई मेधावी छात्र विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट सफलता प्राप्त कर देश और विशेषकर मिथिला क्षेत्र का मान बढ़ाएंगे। सदर अनुमंडल पदाधिकारी विकास कुमार ने छात्रों को लगन और ईमानदारी से अध्ययन करने की प्रेरणा दी, यह कहते हुए कि सच्ची निष्ठा से ही सफलता के द्वार खुलते हैं। शेखर नेत्रालय के डॉ. आशीष शेखर ने भी शिक्षा के क्षेत्र में शेखर क्लासेस के योगदान की सराहना की और भविष्य में और अधिक ऊंचाइयों को छूने की कामना की। देश की हर बड़ी ख़बर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।इस गरिमामय अवसर पर विटल बायोलॉजी के निदेशक आपी राय, रोज पब्लिक स्कूल के प्राचार्य डॉ. आर. के. सिंह, विद्यापति स्कूल की प्राचार्य मधुबाला सिंह, हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. प्रवीण कुमार, शेखर क्लासेस की संरक्षिका डॉ. अनुपमा, ए. के. कर्ण, प्रियदर्शनी ग्रुप ऑफ इंस्टिट्यूशन के निदेशक कुमार ज्ञानेश, शिक्षक केशव कुमार चौधरी, शिक्षिका अभिलाषा कुमारी, रोशन नायक सहित अनेक गणमान्य विद्वान एवं बुद्धिजीवी उपस्थित रहे। बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं ने भी इस कार्यक्रम में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई, जो इसकी सफलता का प्रमाण था। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। समारोह के अंत में, मेधावी छात्रों और विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में सफल हुए छात्र-छात्राओं को विशेष रूप से सम्मानित और पुरस्कृत किया गया। यह सम्मान उनके अथक परिश्रम और सफलता का प्रतीक था।


