Darbhanga | केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan) रविवार को दरभंगा पहुंचे और मखाना अनुसंधान केंद्र (Makhana Research Center) का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी (Samrat Choudhary), मंत्री हरि सहनी (Hari Sahni) और सांसद गोपाल जी ठाकुर (Gopal Jee Thakur) के साथ मिलकर मखाना किसानों से बातचीत की।
तालाब में उतरकर मखाना खेती को करीब से समझा
कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान खुद तालाब में उतरे और मखाना खेती की प्रक्रिया को समझने लगे। उन्होंने किसानों से मखाना उत्पादन, सालाना पैदावार और खेती में आने वाली चुनौतियों पर विस्तार से चर्चा की।
➡ प्रमुख बिंदु:
✔ तालाब के हिसाब से औसत उत्पादन कितना होता है?
✔ किसानों को किन-किन सरकारी योजनाओं का लाभ मिल रहा है?
✔ मखाना की प्रोसेसिंग और मार्केटिंग से जुड़ी समस्याएं क्या हैं?
मखाना किसानों को मिलेगा सरकारी सहयोग
इस दौरान शिवराज सिंह चौहान, सम्राट चौधरी और दरभंगा सांसद गोपाल जी ठाकुर ने खेतों में मखाना के पौधे भी रोपे। उन्होंने किसानों को आश्वस्त किया कि सरकार मखाना किसानों की आय बढ़ाने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है।
🔹 महत्वपूर्ण घोषणाएं:
✅ मखाना उद्योग को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने की योजना
✅ बेहतर तकनीक और प्रोसेसिंग सुविधाएं किसानों तक पहुंचाने की तैयारी
✅ मखाना बोर्ड (Makhana Board) के गठन की घोषणा
मखाना बोर्ड किसानों की समस्याओं को करेगा दूर
कृषि मंत्री ने मखाना को ‘सुपर फूड’ करार दिया और कहा कि मखाना बोर्ड किसानों की समस्याओं को दूर करने में मदद करेगा।
✔ यह बोर्ड दिल्ली के कृषि भवन से नहीं, बल्कि जमीनी स्तर पर किसानों से जुड़कर काम करेगा।
✔ किसानों के सुझावों के आधार पर बोर्ड की संरचना तैयार की जाएगी।
प्रधानमंत्री मोदी की किसान सम्मान निधि योजना का जिक्र
केंद्रीय कृषि मंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) के भागलपुर दौरे का जिक्र करते हुए बताया कि देशभर के 9 करोड़ 80 लाख किसानों के खातों में 22,700 करोड़ रुपये से अधिक की किसान सम्मान निधि (PM Kisan Samman Nidhi) की राशि भेजी जाएगी।
👉 मखाना किसानों के लिए यह दौरा उम्मीदों से भरा रहा, जिससे भविष्य में इस उद्योग को और मजबूती मिलने की संभावना है।