मुख्य बातें: मां श्यामा नामधुन नवाह का शुभारंभ 2 दिसंबर से,फूलों व बिजली के रंगबिरंगे झालड़ से सजेगा मां श्यामा का दरबार, सुरक्षा की रहेगी चाक चौबंद व्यवस्था
दरभंगा, देशज टाइम्स। मां श्यामा नामधुन नवाह का शुभारंभ 2 दिसंबर से होगा जो कि 11 दिसंबर तक अनवरत चलेगा। इस बार भी नवाह यज्ञ संकीर्तन के मुख्य यजमान कैलाश बाड़ोलिया (Shyama Namdhun in Darbhanga…from 2nd December) होंगे।
वहीं, नाम धुन कीर्तन मंडली के संयोजन का जिम्मा पारस पंकज को दिया गया है। जानकारी देते हुए मां श्यामा न्यास समिति के सह-सचिव डॉ. श्रीपति त्रिपाठी ने बताया कि नवाह यज्ञ संकीर्तन की तैयारी जोरों पर है।
मंदिर परिसर में हवन मंडप निर्माण एवं साफ सफाई का कार्य द्रूतगति से चल रहा है। नवाह के दौरान फूलों एवं बिजली के झालड़ की सजावट श्रद्धालुओं के विशेष आकर्षण का केंद्र बनेगा।
उन्होंने बताया कि नवाह के सफल संचालन के लिए न्यास समिति के उपाध्यक्ष पं कमल कांत झा के संयोजन में श्याम भक्तों की 21 सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया है। पंडितों एवं आचार्यों का चयन प्रक्रियाधीन है। वहीं इस अवसर पर श्याम संदेश पत्रिका का प्रकाशन भी पूर्ववत किए जाने का निर्णय लिया गया है। विनोद कुमार के प्रधान संपादन में पत्रिका के मुद्रण का कार्य अंतिम चरण में है।
उन्होंने बताया कि मंदिर परिसर में प्रवेश पश्चिमी द्वार से तथा निकास दक्षिणी द्वार से होगा।मंदिर में महिलाएं पूरब से प्रवेश कर दक्षिणी भाग में खड़ा होकर मां का दर्शन कर परिक्रमा करते हुए मंदिर के पीछे से होकर उत्तरी द्वार से निकल जाएंगी।
जबकि पुरुष पूरब के दाहिने भाग से प्रवेश कर मां का दर्शन करेंगें तथा वहीं से दाएं निकास द्वार से बाहर निकल जाएगें। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए कटहलबाड़ी एवं विश्वविद्यालय थाना के पीछे का द्वार खुला रहेगा।
उन्होंने बताया कि नवाह यज्ञ के दौरान पूरा मंदिर परिसर सीसीटीवी कैमरा के दायरे में होगा तथा सभी प्रवेश द्वार पर सुरक्षाकर्मी तैनात रहेंगे। नवाह के दौरान शांति एवं विधि व्यवस्था कायम रखने के लिए अनुमंडल पदाधिकारी की ओर से प्रतिदिन तीन शिफ्टों में तीन दंडाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति करने का अनुरोध किया गया है।
जबकि भक्तों की संभावित भारी भीड़ को ध्यान में रखते हुए वरीय पुलिस अधीक्षक से नवाह के दौरान मंदिर परिसर में पर्याप्त मात्रा में महिला एवं पुरुष पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति करने का अनुरोध किया गया है।