सिंहवाड़ा, देशज टाइम्स। यह अस्पताल है बिहार का नायाब अस्पताल जहां दीवार पर करंट दौड़ती है। वह भी एक महीनें से। दीवार करंट फेंक रहा है, मरीजों का इलाज चल रहा है और स्वास्थ्य महकमा आराम से दौड़ते करंट के बीच चरमराती बिजली की लुंजपूंज तारों को निहार रहा (Singhwada CHC where current dances on the walls) है।
वहीं, मौत के इंतजार में बैठा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सिंहवाड़ा के क्या कहने। ऐसा, पहली बार सुनने को मिल रहा है जहां किसी अस्पताल की दीवार में करंट आने से अफरा तफरी मची हो। वह भी तब जब समस्या पिछले एक महीने से है। चरमराती विद्युत आपूर्ति की व्यवस्था के बीच आज क्या हुआ पढ़िए पूरी खबर
सिंहवाड़ा सीएचसी की विद्युत आपूर्ति व्यवस्था खराब होने के कारण पांच नवंबर की देर शाम दीवाल में करंट आते ही अपनातफरी मच गई। प्रसूति वार्ड में दो कमरे में आ रहे करंट की जानकारी मिलते ही प्रभारी चिकित्सा अधिकारी (प्रशासनिक) डा प्रेमचंद सहित अन्य अधिकारी मौके पर पहुंच गए।
मौके पर पहुंचे लोगों ने बिजली के लाइन को डिस्कनेक्ट कराया। इसके बाद स्थिति सामान्य हो पाई। बताया गया है कि एक माह से अस्पताल में विद्युत आपूर्ति व्यवस्था खराब चल रही थी। जिसे ठीक नहीं कराया जा रहा था। जनरेटर से विद्युत की आपूर्ति अस्पताल के सभी वार्डों में हो रही थी।
विद्युत आपूर्ति शुरू होते ही जैसे ही जनरेटर बंद होता था कि अस्पताल के इमरजेंसी, प्रसूति सहित कई भागों में अंधेरा छा जाता था। तैनात कर्मियों ने बताया कि ओवरहेड तार जोड़कर विद्युत आपूर्ति बहाल करने की तत्काल व्यवस्था की गई थी। बीती शाम प्रसूति विभाग में मरीज एवं उनके परिजन बैठे हुए थे।
इसी बीच मनिकौली से आये एक परिजन ने दीवाल से आ रहे करंट को महसूस किया। जैसे ही दीवाल को छुआ की करंट लगते ही वह चिल्लाने लगी। उनके चिल्लाने की आवाज सुनते ही प्रसूति विभाग में भगदड़ मच गई। नवजात बच्चों को लेकर प्रसूतांए कमरे से बाहर निकलने लगी। मौके पर कार्य कर रहे हैं।
एएनएम सोनी कुमारी एवं अनिता कुमारी सहित अन्य कर्मी मरीज के बचाव के लिए उन्हें कमरे से बाहर निकलने लगे। इसी बीच विद्युत आपूर्ति डिस्कनेक्ट करने के बाद मामला शांत हुआ। इसके बाद करंट जिस कमरे में आ रहा था, उस कमरे को खाली कर दिया गया। हेल्थ मैनेजर विनय भूषण ने बताया कि विद्युत व्यवस्था में हुई गड़बड़ी को ठीक कराया गया है।