सिंहवाड़ा, देशज टाइम्स ब्यूरो। सिंहवाड़ा में सरकारी योजनाओं की स्थिति काफी लचर है। चाहे सात निश्चय के तहत नाला निर्माण कार्य हुआ हो फिलहाल हर घर में पानी पहुंचाने के लिए पाइप बिछाकर महीनों से छोड़ देने की बात हो या फिर राशन कार्ड वितरण यानी नए राशन कार्डधारियों के कार्ड बनने का मामला हो। हर सरकारी योजनाओं से यहां के लोग ना उम्मीद हो गए हैं। पिछले एक महीनें से भी अधिक समय हो गए लोगों के घरों के पास हर घर जल का पाइप लाकर खुले में छोड़ दिया गया। वहीं, बीच में राशन कार्ड बनाने के लिए आपाधापी होने लगी, लगा जैसे आज कार्ड ना बनें तो आफत आ जाए। सो, आफत आ ही गया है। आधा-अधूरा, गलत कार्ड कुछ लोगों को पकड़ा दिया गया है कि अब भुगतो। दौड़ते रहो वहां जहां कोई सुनने वाला नहीं है। ना जनप्रतिनिधि सुनेगे ना कोई अधिकारी। हालात यह, राशन कार्ड बनाने में काफी अनियमितता हुई है। एक तो अधिकांश लोगों को राशन कार्ड बनाकर अब तक दिया नहीं गया है जिनको दिया गया है वह माथा पीट रहे हैं। आइए हकीकत बताते भी हैं और चित्रों से उस फोटो से जो प्रशासन की ओर से जारी किए गए हैं उन्हें दिखाते भी हैं… (singhwara me rashancard ki hakikat dekhkar aati sharm hai)

सबसे पहले बात राशन कार्ड की…
जानकारी के अनुसार, सिंहवाड़ा खासकर उत्तरी पंचायत में जो राशन कार्ड बना है उसमें तमाम गलतियां भरी हैं। इसके अलावे, अधिकांश परिवारों को अब तक राशन कार्ड मिला भी नहीं पता नहीं मिलेगा तो यही हश्र होगा या कुछ और…खैर जिन्हें राशन कार्ड मिला है उनमें अगर एक परिवार के चार सदस्य हैं तो उनमें से सिर्फ एक ही का नाम राशन कार्ड में दर्ज है।
खैर यह तो एक गलती…दूसरी जिनका राशन कार्ड में नाम दर्ज हैं उनकी तस्वीर वहां नहीं लगी है। वहां किसी और के परिवार की तस्वीर लगाकर उन्हें आकर थोप दिया गया है। इसके अलावे उत्तरी पंचायत के अधिकांश परिवारों को अबतक राशन कार्ड का दर्शन तक नहीं हुआ है। (singhwara me rashancard ki hakikat dekhkar aati sharm hai)
यह बनी थी कब यह भी जानना उनके लिए जरूरी है जो जनता को भेड़-बकरी समझते हैं
यहां कुल व्यक्तियों की संख्या एक दिखाई गई है जबकि इस परिवार में चार लोग हैं…ऐसा राशन…एक राशन एक देश…एक व्यक्ति…शर्मनाक
याद कीजिए महा लॉकडाउन जब सड़कों पर प्रशासन की नजर में सन्नाटा पसरा था। उस दौरान लोगों को मुखियाजी आते हैं बताते हैं, बस तुरंत अपने परिवार का संयुक्त फोटो, आधार कार्ड की फोटो, बैंक डिलेट दे दें नहीं तो बाद में राशन कार्ड नहीं बनेगा। जैसे-तैसे लोग लॉकडाउन में किसी तरह छुपते-छुपाते-गिड़गिड़ाते स्टूडियो वाले की पैर पकड़कर परिवार की संयुक्त फोटो खिंचवाई थी और उसका हश्र यह, तस्वीर ही गलत लगाकर भेज दिया गया।
यह किसकी गलती है कौन सजा भुगतेगा किसी को मिलेगा भी…?
गलत फोटो लगाकर,परिवार के एक ही सदस्य का नाम लिखकर उसे बांटने वाले कौन हैं?इसकी सजा किसे मिलेगी? कोई है जो इसे देखेगा भी? इसकी जांच भी करेगा? गलत करने वाले को सजा भी देगा? कारण, जनता को निरीह प्राणी समझने वालों को यह बात अच्छी तरह मालूम होनी चाहिए यह वही जनता है जो तख्त के साथ ताज भी बदलना जानती है?
अब आइए हर घर जल योजना की हकीकत जानते हैं
लॉकडाउन के बीच नाला घरों तक खोदकर हर घर जल की पाइप बिछाई गई थी मगर करीब दो माह होने को है आज तक एक बूंद पानी क्या वह पाइप मुंह बाए खड़ी है इसकी जमीनी हकीकत देशज टाइम्स बाद में लेकर आएगा पहले अभी उस राशन कार्ड की बात करते हैं जिसके लिए पूरा प्रशासन अपनी ताकत झोंके खड़ा है। मगर हकीकत…बेपर्द…शर्मनाक…शर्मसार करने वाली है। अंधेर नगरी चौपट्ट राजा टके सेर भाजी टके सेर खाजा (singhwara me rashancard ki hakikat dekhkar aati sharm hai)
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