- मुख्य बातें
- बस्तवाड़ा में एनआरसी के खिलाफ महाधरना
- उमड़े जनसैलाब ने कहा, केंद्र सरकार काला कानून जनता पर
थोप कर देश की एकता को विखंडित करने की कोशिश में - वामदल व जनप्रतिनिधि ने किया समर्थन
- बच्चों ने प्रस्तुत किए देश भक्ति के तराने
- लगे संविधान बचाव के नारे
- लोगों ने लिया संविधान पाठ का संकल्प
सिंहवाड़ा, देशज न्यूज। प्रखंड के बस्तवाड़ा गांव में गणतंत्र दिवस पर झंडोतोलन के बाद पूरा इलाका दिल्ली का शाहीन बाग व दरभंगा किलाघाट के हुसैनी बाग की मानिंद जनसैलाब से पट गया। एनआरसी सीएए व एनसीआर के खिलाफ हर उम्र के लोग वंदिशों को तोड़ केंद्र सरकार की जनविरोधी काले कानून के खिलाफ खौल रहे थे। इसमें महिलाओं की तादाद अधिक थी, जो संघर्ष की धार की डोर को मजबूती के साथ थामे पीएम नरेंद्र मोदी व गृहमंत्री अमित शाह के खिलाफ आग बबूला थी।
नौजवान मिल्लत कमेटी की ओर से एनआरसी सीएए, एनसीआर के खिलाफ एक दिवसीय धरना देते हुए प्रदर्शन किया गया। वाम दल के आह्वान पर आयोजित कार्यक्रम का इमारत-ए-सरिया के सदस्यों ने समर्थन किया।
पूर्व मुखिया अमजद अब्बास की अध्यक्षता में आयोजित प्रोग्राम में राज्य खाद्य आयोग के पूर्व चेयरमैन हाजी अता करीम ने कहा, केंद्र सरकार ने काला कानून जनता पर थोप कर देश की एकता को विखंडित करना चाहती है। भाकपा माले के राज्य परिषद सदस्य अभिषेक कुमार ने संविधान बचाव का नारा देकर सभी उपस्थित लोगों को संविधान पाठ का संकल्प दिलाया।
माले अंचल सचिव सुरेन्द्र पासवान व जिला कमेटी सदस्य राम बाबू साह ने कहा, महादलित, गरीब, आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को देश से बाहर करने की साजिश कर रही है। माकपा वरिष्ठ नेता महेश दुबे ने कहा, एनआरसी के खिलाफ सड़क से सदन तक आंदोलन जारी रहेगा ।
केंद्र सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ सभी लोग एकजुट होकर पीएम मोदी व अमित शाह के प्रति आक्रोशित हैं। मौके पर अधिवक्ता मजहरूल इस्लाम, पूर्व मुखिया चंद्र किशोर सिंह, शकील खान, ओवेद अंसारी, अफरोज, मुजफ्फर, राहील, मंसूर अहमद, जावेद,सरफराज अंसारी, असगर अली ने आंदोलन को सकारात्मक करने में आगे रहे। इस दौरान बच्चे बच्चियों ने देश भक्ति तराना प्रस्तुत किया।
शाहीनबाग, दरभंगा हुसैनीबाग से आगे सिंहवाड़ा के बस्तवाड़ा में फूटा NRC का लावा, उबला सैलाब