सिंहवाड़ा। भाकपा (मार्क्सवादी) का दरभंगा जिला सम्मेलन स्थानीय स्थित कॉमरेड विजयकांत ठाकुर नगर में संघर्ष और व्यापक वामपंथी एकता के गगनचुंबी नारो के बीच संपन्न हुआ।
सम्मेलन के दूसरे दिन प्रतिनिधि सत्र की अध्यक्षता हृदय नारायण यादव, राम अनुज यादव एवं सुशीला देवी के संयुक्त मंडली में हुआ।
प्रतिनिधि सत्र का उद्घाटन सीपीएम के राज्य सचिव मंडल सदस्य पूर्व विधायक रामाश्रय सिंह ने किया। उद्घाटन के क्रम में प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि केंद्र एवं बिहार की सरकार जनविरोधी नीतियां अपनाकर तानाशाह की तरह काम कर रही है। सरकार के विनाशकारी नीतियों के कारण वित्त मंत्री की ओर से पेश किए गए बजट में किसानों, मजदूरों, छात्रों, नौजवानों, महिलाओं को मिल रहे सुविधाओं में भयंकर कटौती की गई है।
पूंजीपतियों के हितों को ध्यान में सरकार बजट पेश किया है। उन्होंने कृषि कानूनों को खत्म करने के दौरान न्यूनतम समर्थन मूल्य एमएसपी के संबंध में सरकार ने कोई अस्पष्ट कानून नहीं बनाने पर आड़े हाथ लेते हुए अविलंब कानून बनाने की मांग किया है।
प्रतिनिधि सत्र में जिला सचिव के राजनीतिक व संगठनिक प्रतिवेदन पर बहस में 17 अंचलों तथा दरभंगा नगर से कुल 35 प्रतिनिधियों ने व्यापक चर्चा कर संघर्ष को आगे बढ़ाने का सुझाव पारित किया गया। इसमें सामाजिक समर सत्ता आपसी भाईचारा समानता के लिए समाज के दबे, कुचले, शोषित, पीड़ित, वंचित के आवाज को निरंतर उठाकर मुख्यधारा में शामिल कर उन्हें अधिकारों के लिए जागृत किया जाए।
सम्मेलन में पार्टी के संपूर्ण जिला के अंतर्गत किए गए आंदोलनों की चर्चा कर जनता के ज्वलंत मुद्दों पर महागाई भ्रष्टाचार रोजगार शिक्षा स्वास्थ के सवालों पर आंदोलन तेज करने का निर्णय लिया गया।
सम्मेलन के समापन के अवसर पर उपस्थित प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए राज्य सचिव मंडल सदस्य ललन चौधरी ने कहा कि नीति आयोग की रिपोर्ट में बिहार के विकास के बारे में कहीं जा रही बातों को पर्दाफाश किया गया है। नीति आयोग की रिपोर्ट में बिहार गरीबी के मापदंड में सबसे निचले पायदान पर हैं।
राज्य सचिव मंडल सदस्य श्याम भारती ने कहा
कि विगत 15 वर्षों से राज्य में डबल इंजन की सरकार चल रही है परंतु केंद्र सरकार की नीतियों पर अमल नहीं कर रही है जब से भाजपा के समर्थन से बिहार में नीतीश की सरकार तब से दलित एवं कमजोर वर्गों पर हमले तेज हुए हैं। बिहार में शराबबंदी पूरी तरह फेल है। उसका व्यापक संगठित रूप से सत्तासीन लोगों की ओर से संरक्षित किया जा रहा है।
प्रमाण समिति के संयोजक सोनू जायसवाल ने
रिपोर्ट पेश की जिसमें सबसे कम उम्र के स्वागत समिति सदस्य वैभव कुमार को श्याम भारती ने सम्मानित किया। प्रतिनिधि में सबसे कम उम्र के नीरज कुमार को भी माला से सम्मानित किया गया। सबसे ज्यादा उम्र एक सौ वर्ष महेंद्र चौपाल को सम्मानित किया गया सम्मेलन में कूल 276 प्रतिनिधि भाग ले रहे थे।
बाढ़, सुखाड़ और जलजमाव से निजात के लिए आंदोलन को तीव्र करने का प्रस्ताव दिलीप भगत ने पेश किया। दलित उत्पीड़न की घट रही घटनाओं को लगाम के लिए प्रस्ताव रामप्रीत राम ने पेश की।
वही यूक्रेन रूसी युद्ध के चलते 20,000 से अधिक फंसे छात्रों को सुरक्षित घर वापसी की मांग सरकार से करते हुए प्रो. मनोज झा ने प्रस्ताव पेश की जिसको सर्वसम्मति और धोनी मत से पारित किया गया।
30 सदस्य जिला कमेटी का गठन किया गया जिसके जिला सचिव सर्वसम्मति से अविनाश कुमार ठाकुर मंटू को चुना गया। 6-7 एवं 8 मार्च को समस्तीपुर में आयोजित बिहार राज सम्मेलन में भाग लेने के लिए दरभंगा से 26 प्रतिनिधियों का चुनाव किया गया। स्वागत समिति की ओर से स्वागत अध्यक्ष सुधीर कांत मिश्र, स्वागत मंत्री महेश दुबे तथा कोषाध्यक्ष अनिल महाराज ने आगत अतिथियों को संबोधित किया।
सम्मेलन के अवसर पर पार्टी के श्रमिक संगठन सीटू राज्य कमेटी सदस्य सत्य प्रकाश चौधरी, पेंशनर एसोसिएशन राज्य उपाध्यक्ष राम स्वार्थ सिंह, खेत मजदूर यूनियन के जिला मंत्री दिलीप भगत, किसान सभा के संयुक्त मंत्री महेश दुबे मजदूर नेता दिनेश झा, जनवादी नौजवान सभा के गोपाल ठाकुर, एसएफआई के राज्य महासचिव मुकुल राज ने संबोधित कर प्रतिनिधियों का क्रांतिकारी अभिवादन किया।
स्वागत समिति ने सबसे ज्यादा उम्र के जिला कमेटी सदस्य नरेंद्र मंडल, रघुनाथ झा, हृदय नारायण यादव और विश्वनाथ लाल दास को चादर और माला पहनाकर सम्मानित किया।
सम्मेलन अस्थल पर प्रेस के आधा दर्जन प्रतिनिधियों प्रतिनिधियों को भी पार्टी का झोला कागज कलम और चादर देकर सम्मानित किया गया। हम होंगे कामयाब के गगनभेदी नारों के साथ सम्मेलन की कार्रवाई समाप्त की गई।