जाले सीएचसी में आधी रात प्रसव को लेकर हंगामा, प्रसव कक्ष में जीएनएम नदारद। रात 11 बजे एक साथ पहुंचीं कई गर्भवती महिलाएं, परिजनों ने की जमकर नाराज़गी, चिकित्सकों ने संभाली स्थिति@जाले-दरभंगा,देशज टाइम्स।
सीएचसी प्रसव कक्ष में स्टाफ नदारद, हंगामा (Highlights)
जाले सीएचसी में प्रसव कक्ष में स्टाफ न होने पर हंगामा। छह गर्भवती महिलाओं के परिजनों ने जताई नाराज़गी। जीएनएम शोभा कुमारी छुट्टी पर, विकल्प नहीं था उपलब्ध।डॉ. बसंत कुमार और एएनएम ट्रेसा कूजूर ने संभाली स्थिति। लापरवाही पर प्रशासनिक कार्रवाई की मांग।
जाले (दरभंगा), देशज टाइम्स। स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (CHC) में बीती रात उस समय हंगामे की स्थिति बन गई जब एक साथ छह गर्भवती महिलाएं प्रसव के लिए अस्पताल पहुंचीं, लेकिन प्रसव कक्ष में कोई नर्स मौजूद नहीं थी। इससे नाराज़ परिजनों ने अस्पताल परिसर में जमकर बवाल काटा।
ड्यूटी से नदारद रही प्रसव कक्ष की नर्स
जानकारी के अनुसार, 18 जून की रात करीब 11 बजे कई प्रसूताएं अस्पताल पहुंचीं। इमरजेंसी वार्ड में तैनात जीएनएम संगम कुमारी ड्यूटी पर मौजूद थीं, लेकिन प्रसव कक्ष के लिए ड्यूटी पर तैनात जीएनएम शोभा कुमारी छुट्टी पर थीं, जिससे प्रसव कक्ष खाली रहा।
चिकित्सकों ने संभाला मोर्चा
मौके पर मौजूद डॉ. बसंत कुमार ने लोगों को समझाने की कोशिश की, लेकिन परिजन मानने को तैयार नहीं थे। स्थिति बिगड़ती देख उन्होंने इसकी सूचना प्रभारी चिकित्सक डॉ. विवेकानंद झा को दी। प्रभारी ने तत्काल एएनएम ट्रेसा कूजूर को प्रसव कक्ष में भेजकर स्थिति को नियंत्रित किया।
प्रबंधन में दिखी लापरवाही
रोस्टर के अनुसार, रात्री शिफ्ट में दो स्टाफ नर्स (GNM/ANM) की ड्यूटी निर्धारित रहती है – एक इमरजेंसी और दूसरी प्रसव कक्ष के लिए। लेकिन स्टाफ के छुट्टी पर चले जाने के बावजूद कोई विकल्प नहीं दिया गया, जिससे आपात स्थिति में मरीजों को परेशानी झेलनी पड़ी।