
दरभंगा के केवटी नवोदय विद्यालय में छात्र की रहस्यमयी मौत! जांच में क्या-क्या हुआ खुलासा? जतिन गौतम आत्महत्या केस: पोस्टमार्टम रिपोर्ट और छात्रों के बयान से निकली सच्चाई। क्यों नहीं खोजा गया जतिन? वार्डेन-प्राचार्य पर लापरवाही का गंभीर आरोप। सीसीटीवी गायब, जांच में चौंकाने वाले खुलासे – दरभंगा नवोदय में जतिन की मौत रहस्य गहराया।@दरभंगा,देशज टाइम्स।
मोबाइल कॉल रिकॉर्डिंग में सामने आया दर्द
क्या अवसाद ने ली जतिन की जान? मोबाइल कॉल रिकॉर्डिंग में सामने आया दर्द। वार्डेन पर प्रताड़ना का आरोप! जतिन गौतम केस में पिता ने लगाए गंभीर सवाल। गांव में विरोध, शव को लौटाना पड़ा हॉस्टल – दरभंगा नवोदय केस में जानिए क्या हुआ खुलासा, क्या है जांंच टीम की रिपोर्ट@दरभंगा,देशज टाइम्स।
दरभंगा नवोदय विद्यालय में छात्र की संदिग्ध मृत्यु, जांच रिपोर्ट में आत्महत्या की आशंका
दरभंगा, देशज टाइम्स — जिले के जवाहर नवोदय विद्यालय पचाढ़ी (Jawahar Navodaya Vidyalaya, Darbhanga) में छात्र जतिन गौतम की अप्राकृतिक मृत्यु के मामले में जांच टीम ने प्रारंभिक रिपोर्ट जिला प्रशासन को सौंप दी है।
घटना की जांच जिलाधिकारी एवं वरीय पुलिस अधीक्षक के आदेश पर की गई। संयुक्त जांच दल में अपर समाहर्ता एवं जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी श्री अनिल कुमार, नगर पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार चौधरी तथा जिला शिक्षा पदाधिकारी शामिल थे।
जांच रिपोर्ट के अनुसार, जानिए कैसे हुई घटना?
जांच रिपोर्ट के अनुसार, 8 जुलाई 2025 की सुबह पीटी (Physical Training) और नाश्ते के बाद जब छात्र क्लास में चले गए, उसी समय सुबह 7:15 से 10:25 बजे के बीच जतिन गौतम ने हॉस्टल में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट और छात्रों व शिक्षकों के बयान से यही प्रतीत होता है कि यह मामला आत्महत्या का है।
जतिन की मानसिक स्थिति और परिवार से बातचीत
कई छात्रों व शिक्षकों ने बताया कि जतिन अक्सर बीमार रहता था और अकेला रहता था। घटना के एक दिन पहले उसने अपने माता-पिता से मोबाइल पर बातचीत की थी। कॉल रिकॉर्डिंग से यह स्पष्ट हुआ कि जतिन विद्यालय में नहीं रहना चाहता था। वह फुटबॉल खेलता था और घर पर रहना चाहता था, जिससे संभवतः वह अवसाद में था।
रैगिंग या उत्पीड़न की बात नहीं आई सामने
जांच टीम ने बताया कि छात्रों से पूछताछ में किसी भी प्रकार की रैगिंग या उत्पीड़न की बात सामने नहीं आई है। हालांकि, जतिन के पिता ने आरोप लगाया कि वार्डेन शिक्षक बालेश्वर पासवान उनके बेटे के साथ अच्छा व्यवहार नहीं करते थे।
वार्डेन और प्राचार्य पर सवाल, जतिन पीटी, नाश्ता, क्लास में
घटना के समय बालेश्वर पासवान प्रशिक्षण पर थे (06.07.2025–13.07.2025), उस दौरान अफताब आलम वार्डेन के रूप में जिम्मेदारी संभाल रहे थे। जतिन घटना के दिन पीटी, नाश्ता और क्लास में अनुपस्थित था, इसके बावजूद न तो प्राचार्य मो. शाकिर और न ही वार्डेन अफताब आलम ने उसकी खोजबीन की। नर्स बिंदु कुमारी ने भी कहा कि उन्हें जतिन की बीमारी के बारे में कोई सूचना नहीं दी गई थी।
सीसीटीवी की कमी,अरावली हॉस्टल गेट पर कोई कैमरा नहीं
जांच के दौरान पाया गया कि अरावली हॉस्टल गेट पर कोई सीसीटीवी कैमरा नहीं था। साइड में लगे एक कैमरे का फुटेज सुरक्षित करने का निर्देश प्राचार्य को दिया गया है। जांच टीम ने सिफारिश की है कि विद्यालय के प्रमुख स्थलों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं।
घटना के दिन की अन्य परिस्थितियां
उसी दिन सुबह करीब 10:30 बजे जतिन की बहन आंचल कुमारी को एक कार्यक्रम में भेजा गया था। इस कार्यक्रम में प्रमाण पत्र वितरण होना था। जतिन की मां और वार्डेन बालेश्वर पासवान के परिवार के बीच मारपीट की घटना भी हुई थी।
पुलिस कार्रवाई और ग्रामीणों का विरोध
रैयाम थाना प्रभारी ने बताया कि फोरेंसिक टीम में देरी होने के कारण उन्होंने खुद पूरी घटना का वीडियो बनाया और फिर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। लेकिन ग्रामीणों के विरोध के चलते शव को दोबारा हॉस्टल में वापस लाना पड़ा। इस मामले में थाना प्रभारी से स्पष्टीकरण की मांग की गई है।
जांच टीम की सिफारिशें, सुझाव दिया कि—
जांच के बाद अधिकारियों ने सुझाव दिया कि— विद्यालय में सुरक्षा व्यवस्था और निगरानी को और सख्त किया जाए। हॉस्टल में 24×7 वार्डेन की जिम्मेदारी तय की जाए। सभी प्रमुख स्थलों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं। छात्रों की मानसिक स्थिति पर समय-समय पर काउंसलिंग की व्यवस्था हो।
जांच टीम की रिपोर्ट में जतिन गौतम की मृत्यु को
जांच टीम की रिपोर्ट में जतिन गौतम की मृत्यु को आत्महत्या की घटना माना गया है, हालांकि परिवार द्वारा लगाए गए आरोपों की गहन जांच अभी बाकी है। यह घटना एक बार फिर नवोदय विद्यालयों में छात्रों की मानसिक स्थिति, अनुशासन और सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े करती है।