दरभंगा में 30 लाख के लिए 16 वर्षीय किशोर का अपहरण! पुलिस ने सकुशल छुड़ाया। फोन पर मांगी 30 लाख की फिरौती, बेटे को किया किडनैप – पुलिस ने बचा लिया। कार से किया गया अपहरण, रातभर दहशत में रहा परिवार – अगली सुबह पुलिस ने छुड़ाया बेटा।@दरभंगा,देशज टाइम्स।
दरभंगा में 30 लाख की फिरौती के लिए 16 वर्षीय युवक का अपहरण, पुलिस ने सकुशल किया बरामद
16 साल के ऋषि का अपहरण – पुलिस ने टेक्निकल सेल से किया लोकेट, दोनों आरोपी गिरफ्तार। दरभंगा में हाई प्रोफाइल अपहरण कांड! पुलिस ने बेटे को बचाया, फिरौती का प्लान फेल@दरभंगा,देशज टाइम्स।
सोनकी बाजार से 16 साल के ऋृषि को किया गया अगवा
दरभंगा जिले के सोनकी थाना क्षेत्र के सोनकी बाजार में बीते तेरह अगस्त की दोपहर एक सनसनीखेज घटना घटी। स्थानीय निवासी रंजन कुमार मंडल के सोलह साल के पुत्र ऋषि कुमार मंडल घर से दरभंगा जाने के लिए निकला था। उसी दौरान उसका अज्ञात अपराधियों द्वारा अपहरण कर लिया गया।
पिता रंजन कुमार मंडल को आया कॉल, फिर स्वीच ऑफ
घटना के बाद शाम को ऋषि के मोबाइल फोन से अपहरणकर्ताओं ने उसके पिता रंजन कुमार मंडल को कॉल किया और 30 लाख रुपये फिरौती की मांग की। कॉल करने के बाद मोबाइल को स्विच ऑफ कर दिया गया।
जब मोबाइल ऑन हुआ तो रिसीव नहीं किया कोई कॉल
कुछ समय बाद मोबाइल ऑन तो हुआ, लेकिन अपहरणकर्ता ने किसी भी कॉल को रिसीव नहीं किया। हताश होकर पीड़ित पिता ने घटना की जानकारी तुरंत सोनकी थाना पुलिस को दी।
सोनकी थानाध्यक्ष प्रताप कुमार सिंह की त्वरित कार्रवाई
घटना की सूचना मिलते ही सोनकी थानाध्यक्ष प्रताप कुमार सिंह हरकत में आ गए। उन्होंने टेक्निकल सेल की मदद से अपहरणकर्ताओं की लोकेशन ट्रैक करना शुरू किया।पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए चौदह अगस्त को नगर थाना क्षेत्र के मिर्जापुर से अपहृत युवक ऋषि को सकुशल बरामद कर लिया। बरामदगी के बाद जब पुलिस ने ऋषि से पूछताछ की, तो उसने बताया कि अपहरणकर्ताओं ने उसे रामपुर के पास से कार में बिठाकर अगवा कर लिया था।
अपहरणकर्ताओं की गिरफ्तारी और कार बरामदगी
ऋषि की गवाही और टेक्निकल जांच के आधार पर पुलिस ने अगले ही दिन, यानी 15 अगस्त को, अपहरण में शामिल दो युवकों को गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान भैरवपट्टी गांव, थाना बहादुरपुर की अबू शहमा, भैरवपट्टी गांव,थाना बहादुरपुर के ही गुलाब कुमार के रूप में हुई है। साथ ही, पुलिस ने घटना में प्रयुक्त कार को भी जब्त कर लिया। यह कार्रवाई पुलिस की कुशलता और तत्परता का उदाहरण है, जिसने न सिर्फ एक मासूम की जान बचाई बल्कि अपराधियों को भी गिरफ्तार कर लिया।
छापामारी दल के सदस्यों में
पुनि प्रशुन्जय कुमार (प्रभारी तकनीकी शाखा), पुनि मनोज कुमार थानाध्यक्ष सदर थाना, पुअनि प्रताप कुमार सिंह थानाध्यक्ष सोनकी थाना, पुअनि शशिकांत झा सोनकी थाना, पीटीसी 185 रामबाबू राय और सिपाही 363 राजीव कुमार रंजन शामिल थे।
दरभंगा और आसपास में बढ़ते आपराधिक घटनाक्रम
दरभंगा जिला बिहार के प्रमुख जिलों में से एक है। यहां लगातार वाहन चोरी, अपहरण और आपराधिक घटनाओं की रिपोर्ट मिलती रही है।
हाल के दिनों में ही दरभंगा जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों में वाहन चोरी की घटनाएं बढ़ी हैं। अब फिरौती के लिए अपहरण जैसी गंभीर घटनाएं भी सामने आ रही हैं, जिससे आम जनता में भय का माहौल है। बिहार पुलिस (Bihar Police) लगातार अपराध नियंत्रण के लिए अभियान चला रही है, लेकिन अपराधियों का दुस्साहस लगातार चिंता का विषय बना हुआ है।
स्थानीय लोगों में भय और चिंता
इस घटना के बाद स्थानीय नागरिकों में भय और आक्रोश का माहौल है। लोगों का कहना है कि दिनदहाड़े अपहरण होना प्रशासन की नाकामी को दिखाता है। पुलिस की सतर्कता के बावजूद अपराधी इतनी बड़ी वारदात को अंजाम देने में सफल हो गए। हालांकि, यह राहत की बात रही कि पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए युवक को सकुशल बरामद कर लिया और आरोपियों को गिरफ्तार भी कर लिया।
यह चेतावनी का संकेत है
यह घटना न केवल दरभंगा बल्कि पूरे बिहार के लिए चेतावनी का संकेत है। 30 लाख रुपये की फिरौती मांगकर अपराधियों ने यह साबित कर दिया कि संगठित अपराध अब छोटे शहरों तक पहुंच चुके हैं।
लेकिन पुलिस की त्वरित कार्रवाई ने यह भी दिखाया कि यदि टेक्नोलॉजी और सतर्कता का सही उपयोग किया जाए, तो अपराधियों को ज्यादा देर तक कानून से बचना मुश्किल है।
दरभंगा की यह घटना एक बार फिर से याद दिलाती है कि सुरक्षा-व्यवस्था को मजबूत करना अब समय की मांग है, ताकि आम नागरिक निडर होकर जीवन जी सकें।