दरभंगा। पूर्व स्वास्थ्य मंत्री व हसनपुर के राजद विधायक तेज प्रताप यादव ने बुधवार को डीएमसीएच का जायजा लिया। परिसर में जलजमाव व संस्थान के जर्जर भवनों को देख उन्होंने राज्य सरकार पर जमकर हमला बोला। तेजप्रताप ने कहा,
हम जब थे तब आधी-आधी रात को अस्पतालों का निरीक्षण करते थे लेकिन कोरोना काल में भी स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय व अन्य सत्ताधारी नेताओं को मरीजों का हाल जानने में कोई दिलचस्पी नहीं है। सूबे में स्वास्थ्य व्यवस्था की दुर्दशा को लेकर उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री से इस्तीफे की मांग की। निर्धारित समय से तीन घंटे विलंब से पहुंचकर तेजप्रताप ने डीएमसीएच के आपातकालीन विभाग के अलावा अस्पताल परिसर का जायजा लिया।
अस्पताल अधीक्षक कार्यालय परिसर में स्थित डायलिसिस सेंटर के पीछे जलाए जा रहे कूड़े को देख उन्होंने व्यवस्था पर सवाल किया। अधीक्षक डॉ.मणिभूषण शर्मा से सवाल करते हुए उन्होंने पूछा, क्या सरकार के निर्देश पर वहां कूड़ा जलाया जा रहा है ? क्या यहां कूड़े के निष्पादन के लिए कोई व्यवस्था नहीं है ?
इस सवाल पर अधीक्षक ने कहा कि वे पहली बार यहां कूड़ा जलते देख रहे हैं। अस्पताल के कचरे से मेडिकल बायो वेस्ट को अलग कर उसे निर्धारित जगह पर डंप किया जाता है। वहीं अलग किये गए मेडिकल बायो वेस्ट का उठाव निर्धारित एजेंसी रोज करती है। यहां कूड़ा किसने जलाया, इसकी वे तहकीकात करेंगे।
तेजप्रताप ने परिसर में जलजमाव को लेकर सरकार उन्होंने कहा आपातकालीन विभाग व जर्जर सर्जिकल भवन में काम कर रहे चिकित्सकों ने अपनी सुरक्षा को लेकर चिंता जताई है। उन्होंने गंदगी के कारण डेंगू होने की आशंका भी व्यक्त की है। कोरोना काल में स्वास्थ्य मंत्री कहां हैं? पूरे सूबे की स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा चुकी है।
राज्य सरकार को इस्तीफा दे देना चाहिए। जलजमाव के कारण वे अधीक्षक कार्यालय तक नहीं पहुंच सके। करीब 40 मिनट तक वहां रुकने के बाद वे पटना रवाना हो गए। इस दौरान डीएमसीएच परिसर में बड़ी संख्या में राजद के कार्यकर्ता भी मौजूद थे।

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