Report Satish Jha | Darbhanga | बेनीपुर | जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह जिला विधिक सेवा प्राधिकार (DLSA) के अध्यक्ष विनोद कुमार तिवारी के निर्देशानुसार परियोजना बालिका उच्च विद्यालय में लीगल लिट्रेसी क्लब की छात्राओं के बीच वाद-विवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम का उद्देश्य
इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य छात्राओं को संविधान के प्रस्तावना, मौलिक कर्तव्य और शिक्षा के अधिकार जैसे विषयों के प्रति जागरूक करना था।
अधिवक्ताओं का मार्गदर्शन
- संविधान की प्रस्तावना का महत्व
पैनल अधिवक्ता अरुण कुमार महतो ने छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा:“प्रस्तावना हमारे संविधान का दर्पण है। यह संविधान के उद्देश्यों और आदर्शों का दर्शन कराती है।”
- मौलिक कर्तव्यों और शिक्षा का अधिकार
पैनल अधिवक्ता विनोद कुमार मिश्र ने संविधान में उपबंधित मौलिक कर्तव्यों और शिक्षा के अधिकार पर प्रकाश डालते हुए कहा:“हर नागरिक को अपने कर्तव्यों का पालन करना चाहिए और शिक्षा के अधिकार का लाभ उठाकर समाज को सशक्त बनाना चाहिए।”
छात्राओं की भागीदारी
कार्यक्रम में लक्ष्मी कुमारी, शिवानी कुमारी, राधिका, पूजा, सुधा और भवानी ने वाद-विवाद में उत्साहपूर्वक हिस्सा लिया। उन्होंने संविधान में निहित प्रावधानों और उनके महत्व पर अपने विचार प्रस्तुत किए।
विशिष्ट उपस्थिति
कार्यक्रम के दौरान प्रभारी शिक्षक पवन कुमार, पीएलवी (पैरा लीगल वॉलंटियर) लक्ष्मी कुमारी और नीतीश कुमार राम भी मौजूद रहे।
कार्यक्रम का महत्व
- सामाजिक जागरूकता:
इस कार्यक्रम ने छात्राओं को संविधान और उनके अधिकारों के प्रति जागरूक किया। - लीगल लिट्रेसी क्लब का उद्देश्य:
छात्राओं को विधिक प्रावधानों की जानकारी देकर कानूनी जागरूकता फैलाना।
निष्कर्ष
इस वाद-विवाद कार्यक्रम के माध्यम से छात्राओं को संविधान के मूलभूत प्रावधानों और उनके अधिकारों की बेहतर समझ मिली। ऐसे कार्यक्रमों से युवा पीढ़ी को कानूनी रूप से सशक्त बनाने की दिशा में सकारात्मक कदम उठाए जा रहे हैं।