आंचल कुमारी। Darbhanga News| कह रहे कमतौल के हलधर…आ…आज मुझसे बोल, बादल! जहां, कमतौल के किसानों से उनकी किस्मत रूठ चुकी है। बार-बार किसान यही पूछ रहे हैं, कैसे निकलेगा धरती से सोना। आषाढ़ बी गए। सावन भी सूखा-सूखा है। खेतों में दरारें, आखिर कैसे करेंगे इसकी भरपाई जहां घर की पूंजी पहले ही बंधक है। उसे बेच कर धान की रोपाई बामुश्किल कर पाया।
मगर अब, उसी फसल को जिंदा कैसे रखूं। संकट में हूं। बारिश की बूंदें जो आती भी हैं, इतनी कम खेतों से नमी भी गायब (The underweight Haldhar of Darbhanga is saying, speak to me today, Badal!) हो चुकी हैं। खड़ी फसल सूखने लगी हैं। कुछ स्थानों पर तो पानी के अभाव में रोपाई न होने से खेतों में नर्सरी भी सूख रही हैं। ऐसे में, किसान पूछ रहे हैं, धान की फसल बचाने की चिंता कौन करेगा?
Darbhanga News| हालात यह है, खेतों में खड़ी धान की फसल सूखने लगी हैं
हालात यह है, खेतों में खड़ी धान की फसल सूखने लगी हैं। जिन किसानों ने पटवन कर धान की रोपाई करा दी थी उन्हें अब धान की फसल को बचाने में पसीना छूट रहा है। सावन में बारिश होने की उम्मीद में कुछ किसान काफी पूंजी खर्च कर चुके हैं। अब और पूंजी लगाने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं।
Darbhanga News| बिचड़ा गिराने से लेकर धान की रोपाई के समय तक बारिश की दगाबाजी
बिचड़ा गिराने से लेकर धान की रोपाई के समय तक बारिश नहीं हुई। इससे किसानों को घर की पूंजी बेच कर पटवन कर धान की रोपाई करानी पड़ी। इससे धान की रोपाई महंगी पड़ गई। जो कुछ भी पूंजी घर में थी उसे रोपाई में खर्च कर दी। अब खेतों में पानी लगाने के लिए पैसे का संकट है। खेतों में पानी भरने के लिए उधार या कर्ज लेने की विवशता है।
Darbhanga News| इस बार धान की फसल नहीं होगी, इसकी आशंका
अहियारी के किसान राघवेंद्र ठाकुर, मोहन महतो, कुंदन कुमार, गोपाल कुमार ठाकुर, हरेकृष्ण मिश्रा, गिरबल महतो, नागेंद्र महतो, उमेश ठाकुर, दसई पासवान, महताब लाल राय, सुधीर ठाकुर आदि किसानों ने बताया कि बारिश नहीं होने से इस बार धान की फसल नहीं होगी, इसकी आशंका बढ़ती जा रही है।
Darbhanga News| अब नर्सरी को काट कर जानवरों को खिला रहे हैं किसान
अहियारी गोट के किसान अरुण राय, सकलदेव राय, तेजो राय, मिर्जापुर के महेंद्र यादव, ललित यादव आदि ने बताया कि बारिश नहीं होने से काफी संख्या में किसान धान की रोपाई नहीं करा सके। अब नर्सरी को काट कर जानवरों को खिला रहे हैं। बरसात नहीं होने से बहुत कम खेत में ही रोपाई हो सकी है, बाकी खेत खाली ही पड़े हैं। एक पखवाड़े से अधिक समय से क्षेत्र में बारिश नहीं हुई है।