प्रभास रंजन, दरभंगा/देशज टाइम्स। पोक्सो एक्ट में दर्ज मामले को लेकर महिला थाना कांड संख्या 126/25 दर्ज होने के कुछ घंटे बाद ही सदर एसडीपीओ-2 द्वारा घर पर आकर पूछताछ की गई। पीड़ित पक्ष का आरोप है कि अधिकारी केस को कमजोर करने में लगे हुए हैं।
इस संबंध में नाबालिग बच्ची अपने परिवार के साथ नगर पुलिस अधीक्षक (SP City) के कार्यालय पहुंची और आवेदन देकर जानकारी दी। नगर पुलिस अधीक्षक ने मामले की गंभीरता को देखते हुए महिला थाना प्रभारी को बुलाकर पूरी जानकारी ली। उन्होंने निर्देश दिया कि इस तरह के गंभीर मामलों में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
फरियादी का आरोप
फरियादी ने अपने आवेदन में कहा है कि अनुसंधानक (Investigating Officer) द्वारा उन्हें मामले में सुलह करने के लिए दबाव डाला जा रहा है। उन्होंने बताया कि केवटी थाना क्षेत्र के असराहा गांव निवासी तौकीर अहमद अमजद और असद के खिलाफ केवटी थाना में आवेदन दिया गया था, लेकिन तत्कालीन थानाध्यक्ष ने मामला दर्ज नहीं किया।
पीड़िता पक्ष का कहना है कि थानाध्यक्ष की मिलीभगत से उल्टे उनके पिता पर ही मारपीट और घायल करने का केस दर्ज कर जेल भेज दिया गया, जबकि उनके पिता ने सबसे पहले शिकायत दर्ज करवाई थी।
अनुसंधानक पर आरोप
परिवार का कहना है कि महिला थाना की अनुसंधानक मोबाइल पर कॉल कर समझौता करने के लिए कह रही हैं। इस संबंध में उनके पास कॉल रिकॉर्डिंग भी मौजूद है।
महिला थाना प्रभारी ने बताया
महिला थाना प्रभारी ने बताया कि यह आपसी विवाद का मामला है। वहीं, सदर एसडीपीओ-2 मामले की जांच कर रहे हैं और कहा कि जांच रिपोर्ट आने के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो पाएगी।