निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की ड्रीम प्रोजेक्ट जल नल योजना एवं गली नाली योजना की बेहद खराब स्थिति सामने आई। सरकार के मुख्य सचिव की ओर से प्रत्येक पदाधिकारी को सप्ताह में 2 दिन पंचायत स्तरीय योजनाओं का स्थल निरीक्षण का भौतिक सत्यापन प्रतिवेदन भेजने का निर्देश दिया गया था।
उक्त आलोक में अंचलाधिकारी भुवनेश्वर ने तरौनी पंचायत के जल नल योजना, गली नाली योजना, जन वितरण प्रणाली, आंगनवाड़ी केंद्र पहुंचकर वस्तु स्थित की जानकारी ली। इस दौरान उन्होंने आम जनों से भी मिले। इस संबंध में अंचलाधिकारी भुवनेश्वर झा ने बताया कि तरौनी पंचायत में नल-जल योजना की स्थिति बहुत ही खराब है।
एक भी वार्ड में जल कि आपूर्ति सही ढंग से नही हो रहा है। हर जगह मरम्मती कि जरूरत है। उन्होंने बताया कि उक्त पंचायत में मनरेगा एवं आंगनबाड़ी केंद्र कि स्थिति भी ठीक नहीं है। जांच के दौरान आंगनबाड़ी केंद्र संख्या 181 बंद पाया गया।
वहीं, बीडीओ अमोल मिश्र सझुआर पंचायत पहुंचे जहां जल नल, आवास, जनवितरण प्रणाली, आंगनबाड़ी केंद्र का जांच किया जिसमें नल जल एवं मनरेगा योजना की बेहद खराब स्थिति देखने को मिला। उन्होंने बताया कि पंचायत सचिव रामकलश यादव जांच के दौरान मौजूद नहीं थे। इसके कारण योजनाओं का जांच पूरा नहीं हो सका।