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17 मार्च, 2024
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Darbhanga DMCH में हड़ताल है…मगर ऐसा मानवीय चेहरा पहली बार देखा…आज हड़ताल है, OPD बंद है, मगर “भगवान” हैं, मरीजों की सेवा है…मिला-जुला असर है…

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दरभंगा, देशज टाइम्स ब्यूरो। दरभंगा डीएमसीएच में हड़ताल है…मगर ऐसा मानवीय चेहरा पहली बार देखा…आज हड़ताल है, OPD बंद है, मगर “भगवान” हैं, मरीजों की सेवा है…मिला-जुला (There is a strike in Darbhanga DMCH) असर है…।

यह इसलिए, क्योंकि आज डॉक्टर की पिटाई के विरोध में डीएमसीएच में हड़ताल है। आइएमए के आह्वान पर। मगर, ऐसा पहली बार दिखा है कि हड़ताल में भी मरीजों को सेवा दी जा रही है उनका इलाज किया जा रहा है। पढ़िए पूरी खबर

DMCH में आज हड़ताल है। इसका असर भी पड़ा है। हालांकि, मिला जुला असर है। OPD सेवा आज बंद है। डॉक्टरों की सुरक्षा सर्वोपरि है। मगर, ऐसा हो नहीं रहा। इसका खामियाजा सभी मरीजों को उठाना पड़ता है। वैसे, अस्पताल प्रशासन की मानवता देखिए आज भी हड़ताल के बाद, मरीजों का इलाज हुआ है। पढ़िए पूरी खबर

दरभंगा में IMA की ओर से डॉक्टर की पिटाई के विरोध में हड़ताल चल रहा है। इस हड़ताल का डीएमसीएच में मिला जुला असर देखा जा रहा है। IMA की घोषणा के बावजूद डीएमसीएच में सीनियर डॉक्टर आज आए हुए हैं। मरीजों का इलाज कर रहे हैं।

बताया जाता है कुछ हड़ताली डॉक्टर आए थे, जिन्होंने ओपीडी का काउंटर को बंद करा दिए थे। इस दौरान सभी जूनियर डॉक्टरों ने काम करना बंद कर दिया। जबकी सीनियर डॉकटरों ने आये हुए मरीजों का इलाज किया।

हड़ताल के संबंध में IMA दरभंगा के अध्यक्ष डॉ. हरि दामोदर सिंह ने कहा कि डॉक्टरों को अस्पताल में ड्यूटी के दौरान सुरक्षा देने के लिए जो कानून बना था, उसका पालन सरकार की ओर से नहीं किया जा रहा है। इस कारण आये दिन डॉक्टरों के साथ मारपीट की घटना होते रहती है। उन्होंने कहा कि कानून के तहत डॉक्टरों के साथ ड्यूटी के दौरान मारपीट करने वालो को दस वर्ष की सजा का प्रावधान है।

इस संबंध में डीएमसीएच की अधीक्षक डॉ. अलका झा ने कहा कि ओपीडी को आज बंद किया गया है। वहीं इमरजेंसी में आये सभी मरीजों का इलाज किया जा रहा है। किसी भी मरीज को बिना इलाज के नहीं लौटने दिया जाएगा। सभी विभागों में जूनियर डॉक्टर काम कर रहे हैं।

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