दरभंगा, देशज टाइम्स। दरभंगा मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (DMCH) के शिशु विभाग में चार दिनों के नवजात की मौत पर परिजनों ने डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाकर जमकर हंगामा किया।
परिजनों के हंगामे को देख डर के कारण ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ एनआईसीयू को छोड़ का भाग खड़े हुए। पढ़िए फिर क्या कहा शिशु विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. अशोक कुमार (Dr. Ashok Kumar) ने,पढ़िए Deshaj Times.com के लिए Ritesh Kumar Sinha की यह रिपोर्ट
वहीं, स्थिति को बिगड़ता देख शिशु विभाग के विभागाध्यक्ष ने इस घटना की सूचना पुलिस को दी। सूचना मिलते ही बेंता ओपी की पुलिस मौके पर पहुंचकर मामले को शांत किया।
दरअसल, शहर के अल्लपट्टी निवासी पिता दशरथ साह और मां सरस्वती देवी ने अपने चार दिन के नवजात बच्चे को इलाज के लिए डीएमसीएच के शिशु विभाग में भर्ती कराया।
जहां इलाज के दौरान बच्चे की मौत हो गई। इसके बाद परिजन डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा करने लगे।
वहीं बच्चे के परिजनों ने बताया कि मेरा बच्चा चार दिन का था। सोमवार की दो बजे रात में भर्ती कराया गया। बच्चे को पजरा मारता था। और, बुखार आता था। लेकिन, यहां ठीक से देखभाल नहीं होने के कारण हमारे नवजात बच्चे की मौत हो गई।
वहीं शिशु विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. अशोक कुमार (Dr. Ashok Kumar)ने बताया कि बच्चे को हार्ट की परेशानी जन्म से ही थी। बच्चे को जन्म के बाद ऑक्सीजन लेने की समस्या थी।
बच्चा को गंभीर अवस्था में शिशु विभाग में भर्ती कराया गया था। डॉक्टर ने उसे बचाने की पूरी कोशिश की। लेकिन बच्चा काफी गंभीर था।
बच्चे के गंभीरता को देखते हुए उसे शिशु विभाग के आईसीयू में भर्ती कर इलाज किया जा रहा था। लेकिन हम लोग बच्चे को नहीं बचा सके।
वहीं उन्होंने कहा कि बच्चे की मौत में डॉक्टर की तरफ से किसी भी तरह की कोई लापरवाही नहीं बरती गई।