अलीनगर, देशज टाइम्स बेनीपुर अनुमंडल। प्रखंड मुख्यालय से गुजरने वाली एसएच 88 जो वरुणा पुल से बहेड़ी तथा बेनीपुर होते हुए रसियारी (घनश्यामपुर) के बीच निर्माणाधीन है।
इसमें अलीनगर चौक से पूरब पिरहौली गांव की सीमा में एक भी पुलिया का निर्माण नहीं किया गया है जिससे पिरहौली गांव तथा इमामगंज टोला के अधिकांश घरों में तथा सड़कों पर वर्षा के पानी से जलजमाव है।
इसके आलावा सैकड़ो एकड़ तीन फसला जमीन में भी जलजमाव है.इससे लोगों में आक्रोश है। ग्रामीणों ने इस समस्या को लेकर मंगलवार को ग्रामीण प्रवीण कुमार की अध्यक्षता में एक बैठक की।
बैठक में मुद्दा उठाया गया कि पिरहौली गांव के निकट श्वेता नर्सिंग होम एवं समतल्ली पोखर से पश्चिम पहले वाली सड़क में भी एक पुलिया का था जिस होकर पानी उत्तर से दक्षिण की ओर निकल जाया करता था।
इसको ढककर नए एसएच सड़क का निर्माण कार्य किया गया है जिसके कारण जल का बहाव बिल्कुल बंद है। और, इसी कारण से बरसात का पानी गांव के घरों में ठहर गया है।
इस मामले को लेकर निर्माण एजेंसी के अधिकारियों से भी ग्रामीणों ने संपर्क करने की बात कही, जिसमें उन्हें यह कह कर टाला जाता रहा कि जमींदार दोनों किनारे के जमीन का खाता खेसरा सहित सहमति प्रदान करेंगे।
तब ही यह संभव हो सकेगा लेकिन ऐसा संभव नहीं हो पा रहा है.इस बात का भी उल्लेख किया गया कि जब जमींदारों से भूअर्जन किया गया है तो जनहित में आवश्यकतानुसार पुल पुलियों का निर्माण तो उसी में करना उचित होगा।
साथ ही कहा गया कि प्रशासनिक अधिकारियों को भी इस संबंध में आवेदन से सूचित किया जा चुका है किंतु अब तक कोई निदान नहीं होने से आक्रोश स्वाभाविक है। बैठक में निकट भविष्य में सड़क जाम करने का भी ग्रामीणों ने फैसला लिया है।
इसमें मो.हसमुद्दीन, राजेश्वर प्रसाद, सुमिरन यादव,प्रदीप कुमार, शहादत राइन,शंभू शरण,सुभाष कुमार,विजय साहू,हरी लाल यादव,मुकेश साहू एवं दयाराम शर्मा सहित दर्जनों ग्रामीण मौजूद थे।
दूसरी तरफ इसी एसएच 88 में प्रखंड कार्यालय के सामने करीब 200 मीटर की दूरी में सड़क की चौड़ाई बिल्कुल कम होने का मुद्दा भी स्थानीय लोगों से लेकर पदाधिकारी तक में छाया हुआ है।
उक्त स्थल पर सड़क की चौड़ाई बहुत ही कम होने को लेकर बीडीओ परमानंद प्रसाद ने निर्माण एजेंसी के एक अधिकारी से मोबाइल पर मंगलवार को जब संपर्क किया तो उन्हें बताया गया कि उक्त स्थल पर भू अर्जन करने में जमीन छूट गई।
इसके कारण यह समस्या उत्पन्न हो गया है। अब यह एक हास्यास्पद विषय है कि इतने बड़े प्रोजेक्ट में इस प्रकार की त्रुटि पर आखिर क्यों किसी की नजर नहीं पहुंच सकी। अभी भी समय रहते वरीय अधिकारी इस पर ध्यान दें तो इस समस्या का निदान हो सकता है क्योंकि अभी निर्माण कार्य प्रगति पर ही है पूर्ण होने में इसे समय लगना स्वाभाविक है।