
दरभंगा। महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त (Women Empowerment), आत्मनिर्भर और सम्मानजनक जीवन जीने का अवसर देने के उद्देश्य से बिहार सरकार ने मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना (Mukhyamantri Mahila Rojgar Yojana) की शुरुआत की।
रविवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने योजना का विधिवत उद्घाटन किया और इसके प्रचार-प्रसार के लिए 250 जागरूकता रथों को हरी झंडी दिखाकर सभी जिलों में रवाना किया।
दरभंगा में हुआ विशेष कार्यक्रम
दरभंगा समाहरणालय स्थित अम्बेडकर सभागार में कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
जिले के सभी 69 संकुल संघों से जुड़ी 200 से अधिक जीविका दीदियों (JEEViKA Didis) ने भाग लिया।
कार्यक्रम का संचालन जिला प्रशासन द्वारा किया गया और लाइव प्रसारण के जरिए योजना का शुभारंभ दिखाया गया।
DM कौशल कुमार ने दीदियों को किया संबोधित
“जीविका दीदियों का कार्य उत्कृष्ट है और मुख्यमंत्री स्वयं उनकी सराहना करते हैं।
अब तक कई दीदियाँ ‘लखपति दीदी’ बनी हैं, लेकिन इस योजना से वे ‘करोड़पति दीदी’ बनने की ओर बढ़ सकती हैं।”
उन्होंने स्पष्ट किया कि योजना के अंतर्गत:
₹10,000 सीधे बैंक खाते में ट्रांसफर किए जाएंगे।
पूर्ण पारदर्शिता बरती जाएगी।
यदि किसी स्तर पर नाजायज राशि की मांग होती है, तो संबंधित कर्मियों पर कड़ी कार्रवाई होगी।
योजना से दीदियों को मिली नई उम्मीद
कार्यक्रम में शामिल जीविका दीदियों के चेहरों पर उत्साह और खुशी झलक रही थी।
सलोनी देवी ने कहा – “अब मैं अपना मनपसंद **रोजगार शुरू करूँगी। पूंजी की कमी अब समस्या नहीं होगी। यह योजना हमारे सपनों को साकार करेगी।”
जिला परियोजना प्रबंधक की महत्वपूर्ण जानकारी
जिला परियोजना प्रबंधक डॉ. ऋचा गर्गी ने योजना की प्रक्रिया समझाई:
आवश्यक दस्तावेज और आवेदन प्रक्रिया
मिलने वाले लाभ और सावधानियाँ
बराबरी से लाभ वितरण और पारदर्शिता
उन्होंने कहा कि सही उपयोग से महिलाएँ आर्थिक आत्मनिर्भर (Financial Independence) बनेंगी और अपने परिवार व समाज में नेतृत्व की भूमिका निभा सकेंगी।
संचार प्रबंधक राजा सागर ने बताया –
राज्य कार्यालय से जिले में 10 महिला संवाद जागरूकता रथ भेजे गए हैं।
ये रथ गांव-गांव जाकर लघु चलचित्र, लीफलेट और जागरूकता कार्यक्रम के जरिए महिलाओं को योजना की जानकारी देंगे।
जिला प्रशासन ने दिलाया भरोसा
जिला प्रशासन ने भरोसा दिलाया कि मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना (Bihar Women Employment Scheme) के जरिए महिलाओं को स्वरोजगार और आर्थिक मजबूती मिलेगी।
यह योजना ग्रामीण महिलाओं के लिए बेहतर जिंदगी और आत्मनिर्भरता का सुनहरा अवसर है।