बिहार में नई सरकार के गठन के बाद विधान परिषद सभापति के तौर पर देवेश चंद्र ठाकुर ने गुरुवार को अपना पदभार ग्रहण कर लिया। देवेश चंद्र ठाकुर इस पद पर निर्विरोध निर्वाचित हुए हैं। देवेश चंद्र ठाकुर विधान परिषद के 12वें स्थायी सभापति बने हैं।
जय बाबा केदार..!
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विधान परिषद के सदस्य (एमएलसी) के रूप में ठाकुर का यह चौथा कार्यकाल है। देवेश चंद्र ठाकुर के सभापति चुने जाने पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और बीजेपी सदन के नेता सम्राट चौधरी ने उन्हें बधाई दी। सीएम नीतीश ने कहा कि देवेश चंद्र ठाकुर से काफी उम्मीदें हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नवनिर्वाचित सभापति देवेश चंद्र ठाकुर का पूरे सदन की ओर से अभिनंदन किया और उन्हें शुभकामनाएं दीं।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सदन में कहा कि आज नये सभापति ने आसन ग्रहण कर लिया लेकिन पुराने सभापति अवधेश नारायण सिंह को कभी नहीं भूलेंगे, वे सभी का ध्यान रखते थे। नये सभापति से भी सभी को उम्मीद है कि सभी काम अच्छे ढंग से होंगे और सदन अच्छी तरह से चलेगा।
उन्होंने कहा कि अवधेश नारायण बाबू से तो हमारा बहुत पुराना संबंध है। आज वह नहीं बोल रहे थे। 2012 से लेकर 17 तक सभापति रहे, बाद में 2020 से अब तक कार्यकारी सभापति रहे। हम जब अलग हो गए थे, तब भी यह चुनाव लड़ रहे थे तो हम तो इनके साथ ही थे। इनसे मेरा दूसरे तरह का संबंध था। यह कितना बढ़िया से हाउस को चलाते रहें अब तो इन्हें कुछ दिन के बाद ही चुनाव लड़ना है, इसलिए अब एक नए सभापति का चुनाव हुआ है।
उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने भी निर्विरोध निर्वाचित होने पर सभापति देवेश चन्द्र ठाकुर को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने सदन को भरोसा दिलाया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में गठित महागठबंधन की नई सरकार जनता की सेवा में कोई कमी नहीं छोड़ेगी और बिहार को आगे बढ़ाने सरकार का पूरा प्रयास रहेगा।
मौके पर सदन में नेता प्रतिपक्ष के तौर पर मौजूद सम्राट चौधरी ने भी सभापति चुनाव में निर्विरोध निर्वाचित होने पर बधाई दी। विपक्ष की तरफ ने सम्राट चौधरी ने सभापति को आस्वस्त किया कि उन्हें विपक्ष की तरफ से पूरा सहयोग दिया जाएगा और लोकतंत्र बचाने के लिए जब भी जरूरत होगी पूरा विपक्ष उनके साथ खड़ा होगा।