बिहार में इंडियन फार्मर्स फर्टिलाइजर कोऑपरेशन लिमिटेड (इफको) की एजेंसी और डीलरशिप दिलाने के नाम पर लोगों से करोड़ों की ठगी मामले का भंडाफोड़ हुआ है। राजधानी पटना की पत्रकार नगर थाना पुलिस ने इस मामले में दो शातिर साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है।
आरोपियों की पहचान नालंदा के कतरीसराय थाना क्षेत्र निवासी रंजन कुमार उर्फ अंकित और औरंगाबाद के ढिबरा के रहने वाले आनंद मुरारी उर्फ राजा के रूप में हुई है। हालांकि, नवादा निवासी गिरोह का सरगना जितेंद्र कुमार फिलहाल फरार है। आरोपियों के पास से एक लैपटॉप, पांच महंगे मोबाइल और दर्जनों डेबिट कार्ड सहित ठगी के रुपये से खरीदी गई हुंडई आई-20 कार और दस्तावेज बरामद किए गए हैं।
ये ठग इफको की फर्जी वेबसाइट बनाकर खाद और कीटनाशक की एजेंसी देने का झांसा दे लोगों को ठग रहे थे। गिरोह अब तक बिहार-यूपी सहित विभिन्न राज्यों के 20 हजार से ज्यादा लोगों से करोड़ों की ठगी कर चुका है।
पुलिस ने उनके लैपटॉप की छानबीन में ठगे गए करीब 10 हजार लोगों का डाटा बरामद किया है। ठग 2019 से सक्रिय हैं और वे बिहार, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, जम्मू-कश्मीर, गुजरात, पंजाब, हरियाणा और तमिलनाडु सहित ओडिशा के हजारों लोंगों से ठगी कर चुके हैं। गिरोह में 35 से 40 ठग हैं।
इसका सरगना जितेंद्र कुमार दिल्ली से अपने गिरोह का संचालन करता है। हर दिन एक शातिर करीब 100 मोबाइल पर मैसेज अथवा वाट्सएप भेजता है। इसमें से पांच से आठ लोगों को वह अपना शिकार बना लेता है। ठगों ने पटना में खेमनीचक इलाके में किराए का फ्लैट ले रखा है। आनंद मुरारी भोपाल के एक निजी संस्थान से नर्सिंग का कोर्स कर रहा है।
पत्रकार नगर थाना प्रभारी मनोरंजन भारती ने बताया कि 3 फरवरी की आधी रात वे मलाही पकड़ी इलाके में गश्त कर रहे थे। तभी 90 फीट रोड पर सुनसान में एक कार खड़ी देखी। उसमें दो संदिग्ध मौजूद थे। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वे मैसेज और वाट्सएप इत्यादि पर संदेश भेज इफको की एजेंसी दिलाने के नाम पर लोगों से ठगी करते हैं।