बिहार में गया-औरंगाबाद जिले की सीमा के नक्सल प्रभावित लंगुराही-पचरूखियां के दुर्गम जंगली इलाके में आज माओवादियों की ओर से प्लांटेड आईइडी बम के विस्फोट कर जाने से एक चरवाहे की मौके पर ही मौत हो गई।
औरंगाबाद के पुलिस कप्तान कांतेश कुमार मिश्रा ने बताया कि गया-औरंगाबाद की सीमा पर सागरपुर के पास यह घटना घटी है। मृतक की पहचान गया जिले के छ्करबंधा थाना के तारचुआं गांव निवासी कईल भुईयां (52वर्ष) के रूप में की गई है। शव को चुनकर परिजनों ने दाह संस्कार कर दिया है।
जानकारी के अनुसार, कईल जंगल में मवेशी चरा रहा था। वही जंगल में ही महुआ चुनने के दौरान नक्सलियों की ओर से प्लांटेड आईइडी बम पर उसका पैर चला गया। जिसके ब्लास्ट करने से घटनास्थल पर ही उसकी मौत हो गयी।
विस्फोट के बाद शव कई फीट ऊपर हवा में उड़ गया और उसके चिथड़े उड़ गये।घटना के बाद आसपास से जुटे सैकड़ो ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दिये बिना ही शव का अंतिम संस्कार कर दिया।
एसपी ने बताया कि नक्सलियों की ओर से आईईडी बम पुलिस और सुरक्षा बलों को टारगेट कर प्लांट किया गया था। उन्होंने स्वीकार किया था कि इलाके में और भी आईइडी बम प्लांटेड हो सकते हैं। इलाके में पुलिस और सीआरपीएफ द्वारा सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया है। मौके पर बम निरोधक दस्ते को भी बुलाया गया है। पुलिस चप्पे चप्पे पर सर्च कर आईइडी बमों की खोज में लगी है।