गोपालगंज | जिले के मीरगंज के फतेहपुर के दो युवकों, वाहिद रोशन और मोहम्मद साउद अली, का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो में ये दोनों युवक थाइलैंड के बैंकाक में जॉब दिलाने के नाम पर बुलाए जाने के बाद अवैध रूप से म्यांमार भेजे जाने की आपबीती साझा कर रहे हैं।
वीडियो में क्या कहा जा रहा है?
दोनों युवक वीडियो में बता रहे हैं कि उनके एजेंट ने उन्हें बैंकाक में जॉब दिलाने का झांसा देकर वीजिट वीजा पर भेजा था। एजेंट ने कहा था कि बैंकाक में उनका इंटरव्यू होगा, और फिर अगर इंटरव्यू में चयन हो जाता है, तो कंपनी एक साल के लिए वर्किंग वीजा प्रदान करेगी।
बैंकाक पहुंचने के बाद, दोनों को एक कार में बैठाकर म्यांमार की तरफ भेज दिया गया। छह घंटे की यात्रा के बाद उन्हें एक नदी के किनारे लाकर यह कहा गया कि आगे नहीं जा सकते। फिर उन्हें जबरन म्यांमार में प्रवेश कराया गया।
कंपनी ने क्या कहा?
वहां फंसे हुए युवकों ने बताया कि जब उन्होंने काम करने से मना किया, तो कंपनी के बॉस ने यह बताया कि उन्होंने दोनों को 7 हजार डॉलर में खरीदा है। वीडियो में दोनों युवक यह कह रहे हैं कि वे गरीब हैं, और इतनी बड़ी रकम कहां से लाएंगे, इस सवाल का कोई जवाब नहीं था।
भारत वापसी की गुहार
वीडियो में दोनों युवक भारत लौटने की गुहार लगा रहे हैं। उन्होंने वीडियो में यह भी बताया कि वे वहां काम नहीं करना चाहते, और किसी भी तरह वापस अपने घर लौटना चाहते हैं।
पुलिस की प्रतिक्रिया
हथुआ एसडीपीओ आनंद मोहन गुप्ता ने बताया कि उन्हें वायरल वीडियो की जानकारी नहीं है। पुलिस मामले की जांच कर रही है, लेकिन फिलहाल यह साफ नहीं है कि इस वीडियो की पुष्टि की गई है या नहीं।
यह घटना उन युवकों के लिए एक गंभीर चेतावनी बनकर सामने आई है, जो विदेश में काम करने के सपने को लेकर बिना उचित जानकारी के यात्रा करते हैं।