आरा में सरकारी स्कूल के हेडमास्टर 50 वर्षीय मो. अकील की पंखे से लटकी लाश मिली है। सरकारी स्कूल में काम के बोझ से दबे प्रभारी हेडमास्टर मोहम्मद अकीलने किराए के मकान में सुसाइड कर लिया है।
जानकारी के अनुसार, भोजपुर जिला के कृष्णागढ़ थाना अंतर्गत बलुआ गांव स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय के प्रभारी हेडमास्टर (Headmaster suicide) ने डिप्रेशन में आकार फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना कृष्णागढ़ थाना इलाके के सरैया बाजार की है। घटना की सूचना मिलते ही आस-पास के इलाकों मे सनसनी फैल गई।
मिली जानकारी के मुताबिक मृतक मो. अकील शिवहर के रहने वाले थे। और भोजपुर में कृष्णागढ़ थाना इलाके के सरैया बाजार स्थित किराए के मकान में रहते थे। बड़हरा प्रखंड के बलुआ गांव स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक थे।
अकील शिवहर के रहने वाले थे। उनके पिता नजरउल हक शिवहर के डूमरी कचरी प्रखंड अंतर्गत नया बाजार के निवासी हैं। आरा में रहकर अकील नौकरी करते थे।
वह पिछले 11 साल से बड़हरा प्रखंड के बलुआ उत्क्रमित मध्य विद्यालय में बतौर शिक्षक के रूप में कार्यरत थे। कृष्णागढ़ ओपी क्षेत्र के सरैया बाजार स्थित पूर्व मुखिया श्रीराम प्रसाद के घर में किराए के मकान में अकेले ही रहते थे।
परिजनों का कहना है कि अपराधियों ने हत्या कर लाश को पंखे में टांग दिया है। वहीं कुछ लोग इसे आत्महत्या बता रहे हैं। उनका कहना है कि पिछले कुछ दिनों से हेडमास्टर मो. अकील परेशान लग रहे थे। आशंका है कि उन्होंने पंखे से लटक कर जान दे दी।
इधर, घटना के बाद इलाके में हड़कंप मच गया। आसपास के लोगों की भीड़ लग गई। इधर, सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस के अनुसार, पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का कारण स्पष्ट हो जाएगा। कुछ लोगों से पूछताछ की जा रही है।
मो. अकील की पत्नी मौसिन अंजू ने कहा कि मो. अकिल कुछ दिनों से विद्यालय के काम-काज के कारण काफी तनाव में रहते थे। पत्नी ने मौसिन अंजू ने बताया कि वह काफी दिनों से विद्यालय के टीसी के काम को लेकर परेशान थे। जबरन गलत टीसी बनवाया जा रहा था।
स्कूल में पढ़ने वाले बच्चे और उनके अभिभावकों की ओर से गलत-गलत टीसी कटवाया जाता था। साथ स्कूल के छात्र कभी इनका कागज ले कर भाग जाते थे। कभी हाथ से बैग छीन कर भाग जाते थे।
वहीं उनके भाई मो. शकील का कहना है कि जिस विद्यालय में भैया प्रभारी प्रधानाध्यपक थे कि उस विद्यालय में मिड डे मिल योजना को लेकर किसी व्यक्ति की ओर से रंगदारी मांगी गई थी। विद्यालय का भवन निर्माण भी हो रहा था। उसमें भी किसी व्यक्ति की ओर से पैसे की डिमांड की जा रही थी। वो व्यक्ति कौन है इसकी जांच पुलिस गंभीरता से करें। उन्होंने कहा कि मेरे भाई ने आत्महत्या की है या उसकी हत्या कर शव टांग दिया गया है। इसकी जांच भी पुलिस करें।
मकान मालिक ने बताया कि अकिल 2011 से उनके मकान में रहते थे। उनका परिवार यदा-कदा यहां आकर रहा करता था। मृत शिक्षक गर्मी के छुट्टी बिताने के बाद विद्यालय खुलने पर आए थे। वह पिछले कुछ दिनों से मानसिक रूप से तनाव में भी थे।
सुबह से जब वो मकान से बाहर नहीं निकले तो लोगों को शक हुआ। उनकी खोज खबर लेने के लिए कमरे के पास गए तो अंदर से दरवाजा बंद था। और कोई आवाज नहीं आ रही थी। इसके बाद हम लोगों ने इसकी सूचना कृष्णागढ़ ओपी पुलिस को दी। घटना की सूचना मिलते ही कृष्णगढ ओपी प्रभारी विवेक कुमार की ओर से कमरे का दरवाजा तोड़वाया गया।