जानकारी के अनुसार, फील्ड ड्यूटी के दौरान मोबाइल के उपयोग पर रोक लगा दी गई है। साथ ही, सोशल मीडिया पर भी लिखते वक्त पुलिसकर्मियों को अब खासा ध्यान रखने की हिदायत दी गई है।
जानकारी के अनुसार, बिहार में पुलिसकर्मी अब ड्यूटी के समय बिना वजह मोबाइल का इस्तेमाल नहीं कर पायेंगे। यदि पुलिस जवान ऐसा करते हैं तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जायेगी। बिहार पुलिस मुख्यालय ने इस संबंध में आदेश जारी किया है।
आदेश के अनुसार, ड्यूटी के समय पुलिसकर्मी फेसबुक, व्हाट्सएप या अन्य सोशल मीडिया एप यूज नहीं कर सकते हैं। इसके अलावा मोबाइल पर बिना किसी वाजिब कारण के बातचीत भी नहीं कर सकते हैं। यदि वो ऐसा करते हैं तो इसे अनुशासनहीनता माना जायेगा और उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जायेगी।
पुलिस मुख्यालय ने इस संदर्भ में आदेश जारी करते कहा है कि बिहार पुलिस में कार्यरत कोई भी पुलिसकर्मी अब फील्ड ड्यूटी के दौरान मोबाइल का उपयोग नहीं कर पायेंगे। अगर फील्ड ड्यूटी के दौरान मोबाइल इस्तेमाल हुआ पाया गया, तो उस पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस मुख्यालय ने सोशल मीडिया पर लिखने को लेकर भी पुलिसकर्मियों के लिए गाइडलाइन जारी किया है। जारी गाइडलाइन में साफ तौर पर कहा गया है कि जो भी नियमों का उल्लंघ करेगा, उस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
मुख्यालय का मानना है कि पुलिस का काम विशिष्ट प्रकार का है। ड्यूटी के दौरान हमेशा सजग रहना पड़ता है। साथ ही अधिकारी हो या जवान उनसे उच्च अनुशासन की अपेक्षा होती है। मोबाइल से ड्यूटी के दौरान ध्यान भटकता है।
जारी आदेश के अनुसार, चौक-चौराहों या अन्य महत्वपूर्ण स्थान पर विधि-व्यवस्था को लेकर पुलिस अफसरों और जवानों की ड्यूटी लगायी जाती है। पुलिस कर्मियों का कर्तव्य है कि वे ड्यूटी के दौरान सजग रहे।
मोबाइल का अनावश्यक उपयोग और सोशल मीडिया का इस्तेमाल करके कर्मियों का ध्यान भटक जाता है। इससे उनकी कार्यक्षमता और दक्षता में कमी आती है। साथ ही यह अनुशासनहीनता की श्रेणी में भी आता है। ऐसा करने से आम जनता के बीच पुलिस की छवि धूमिल तो होती ही है। इसके साथ ही राज्य पुलिस की छवि पर नकारात्मक प्रभाव भी पड़ता है।
इतना ही नहीं,पुलिस मुख्यालय ने ड्यूटी के दौरान सोशल मीडिया पर कर्तव्य से जुड़ी जानकारी, हथियार, वर्दी या अन्य जानकारी पब्लिक ना करने का आदेश दिया है। अगर अफसर और जवान ऐसा करते हैं तो उसे अनुशासनहीनता माना जायेगा और उनपर सख्त कार्रवाई की जायेगी। मुख्यालय का मानना है कि ऐसा करने से आम जनता के बीच पुलिस की छवि पर प्रभाव पड़ रहा है।