मुख्य बातें: बॉर्डर पर प्रशासनिक गतिविधियों से बेटी-रोटी के संबंधों में आई कमी को लेकर भारत-नेपाल सीमावर्ती नागरिक समाज ने की बैठक, सीमा की प्रक्रिया को कम कर दोनों देशों के बीच आवागमन में सहूलियत देने की उठी मांग, भारत नेपाल के बीच सदियों से है बेटी रोटी का संबंध, देशज टाइमस फोटो: हरिणे काली मंदिर में बैठक करते सीमावर्ती नागरिक समाज के लोग
Madhubani News | Harlakhi News | Indo-Nepal border पर बेटी-रोटी के संबंधों पर पड़ने लगा है असर, नागरिकों ने उठाया ये कदम। हरलाखी इंडो-नेपाल बॉर्डर पर प्रशासनिक गतिविधियों से दोनों देशों के बीच सदियों से चली आ रही बेटी रोटी के सम्बन्धों पर असर पड़ने लगा है। सीमा पर आवागमन में हो रही परेशानी के कारण बीते एक दशक से दोनों देशों के लोग एक दूसरे के यहां संबंध बनाने से कतराने लगे हैं।
Madhubani News | Harlakhi News |कई वर्षों से सीमावर्ती क्षेत्र के एक भी परिवार ने एक दूसरे के यहां नए संबंध नहीं बनाया है
जिसका परिणाम यह हुआ है बीते कई वर्षों से सीमावर्ती क्षेत्र के एक भी परिवार ने एक दूसरे के यहां नए संबंध नहीं बनाया है। संबंधों में आयी कमी दोनों देशों के सीमावर्ती क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है।
Madhubani News | Harlakhi News | दोनों देशों के बीच पौराणिक संबंधों को बढ़ावा देने की फिर से पहल
दोनों देशों के बीच पौराणिक संबंधों को बढ़ावा देने के लिए नेपाल सीमा से सटे हरिणे गांव स्थित काली मंदिर परिसर में सीमावर्ती नागरिक समाज ने एक बैठक की। जिसकी अध्यक्षता नेपाल के जटही गांव निवासी प्रदीप कुमार चौधरी ने की। बैठक में भारत नेपाल सीमावर्ती गांव निवासी दर्जनों लोग शामिल हुए।
Madhubani News | Harlakhi News | बेटी रोटी के संबंध को निभाने में परेशानी होने लगी है
बैठक में वक्ताओं ने कहा सीमा पर प्रशासनिक गतिविधियों के कारण दोनों देशों के लोगों को बेटी रोटी के संबंध को निभाने में परेशानी होने लगी है। इस कारण सीमावर्ती लोग एक दूसरे के यहां संबंध बनाने से कतराने लगे हैं। इसका मूल कारण एक दूसरे के यहां आवागमन में हो रही परेशानी है। वक्ताओं ने कहा पूर्व में कोविड 19 के समय बॉर्डर को पूर्ण रूप से सील कर दिया गया था।
Madhubani News | Harlakhi News | दोनों देशों के लोग चाह कर भी एक दूसरे के यहां नहीं जा पा रहे थे
इस कारण दोनों देशों के लोग चाह कर भी एक दूसरे के यहां नहीं जा पा रहे थे। समय समय पर बॉर्डर सील होने से लोग अपने संबंधी से नही मिल पाते हैं। इन बातों को दरकिनार कर अगर सीमावर्ती लोग एक दूसरे के यहां संबंध बनाना भी चाहते हैं तो सीमा पर जटिल जांच प्रक्रिया के कारण नए संबंध बनाने से कतराने लगे हैं।
Madhubani News | Harlakhi News | दोनों देशों की नीतियों के कारण देर रात बॉर्डर को सील कर दिया जाता है
लोगों का कहना है कि दोनों देशों की नीतियों के कारण देर रात बॉर्डर को सील कर दिया जाता है। जिससे शादी के दिन एक दूसरे के यहां बारात लेकर जाने में काफी परेशानी होती है। सीमा पर जांच प्रक्रिया के कारण मुहूर्त के समय पर न तो दूल्हा न ही बाराती अपने गन्तव्य स्थान पर नहीं पहुंच पाते हैं।
Madhubani News | Harlakhi News | सीमावर्ती नागरिक समाज ने दोनों देशों की सरकार से रख दी है बड़ी मांग
इन परेशानियों को देखते हुए सीमावर्ती नागरिक समाज ने दोनों देशों की सरकार से इस विषय पर संज्ञान लेकर दोनों देशों के बीच आवागमन को सुलभ बनाने की मांग की है। ताकि सीमावर्ती लोगों को पौराणिक बेटी रोटी के संबंध को बनाए रखने में सहूलियत हो।
Madhubani News | Harlakhi News | इनकी भूमिका है अहम
बैठक में कृष्णकांत शास्त्री,गुंजन मिश्रा,बलवीर गुप्ता,विनय कुमार झा,नरेश ठाकुर, दयानंद झा,श्रवण कुमार झा, उदय नारायण मिश्र, बुद्धिनाथ प्रसाद,बटुकनाथ झा, दिगंबर झा,हरे कृष्ण ठाकुर, रामस्वार्थ मंडल, उपेंद्र मंडल व विमल कुमार साह सहित सीमावर्ती गांव के अन्य लोग शामिल थे।