मुख्य बातें: विकास के लिए विज्ञान जरूरी: डीपीओ, जिला स्तरीय राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस आयोजित, डीपीओ लेखा और योजना कुंदन कुमार ने बच्चों के प्रोजेक्ट को देखा
कुमार गौरव, मधुबनी देशज टाइम्स। जिला स्तरीय राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस का आयोजन सोमवार को रीजनल सेकेंड्री स्कूल जीवछ चौक सप्ता में किया गया। इसमें जिले के करीब 50 से अधिक सरकारी एवं गैर सरकारी स्कूलों के छात्रों ने अपनी परियोजना रिपोर्ट प्रस्तुत की।
31 वीं राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस के आयोजन का मुख्य विषय स्वास्थ्य और कल्याण के लिए पारितंत्र को समझना था। मौके पर डीपीओ लेखा और योजना कुंदन कुमार ने कहा कि जिले के बच्चों में प्रतिभा की कमी नहीं है, जरूरत है उसे निखारने की। और ये काम जिले के शिक्षकों से अच्छा कोई नहीं कर सकता।
उन्होंने कहा कि विकास के लिए विज्ञान जरूरी है। वहीं निर्णायक मंडल ने बच्चों की ओर से बनाये गए प्रोजेक्ट पर प्रसन्नता व्यक्त की। इससे पूर्व कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए पूर्व प्राचार्य डॉ. मिथिलेश कुमार झा ने कहा कि प्लास्टिक कचरा के कारण आज पृथ्वी पर जीवन सुरक्षित नहीं रह गया है। छात्र ऐसे तकनीक को विकसित करें जो पर्यावरण को नुकसान पहुंचाए बिना विकास का रास्ता प्रशस्त करें।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए बाल विज्ञान कांग्रेस के राज्य संरक्षक व रीजनल सेकंड्री स्कूल के निदेशक डॉ. आर एस पांडेय ने कहा कि बच्चों का प्रोजेक्ट सराहनीय है। जिला स्तरीय बाल विज्ञान कांग्रेस में चयनित छात्र व छात्राएं राज्यस्तरीय कार्यक्रम में भाग लेंगे। मंच संचालन करते हुए बाल विज्ञान कांग्रेस के शैक्षणिक समन्वयक डॉ मनोज कुमार झा ने कहा कि विभिन्न क्षेत्रों में बच्चों का प्रस्तुतिकरण सराहनीय है।
मौके पर प्रो. अमर कुमार, प्रो. अरिंदम कुमार, प्रो. रेखा सिंह, प्रो. साध्वी कुमारी, प्रो. कुंवर जी राउत, ई. प्रत्यूष परिमल, शिक्षक रविंद्र झा, दीपक कुमार, पंकज कुमार, मध्य विद्यालय महथा लदनिया के प्रेमनाथ गोसाई, संतोष झा, विघ्नेश झा सहित विभिन्न विद्यालयों के शिक्षक, शिक्षिका व छात्र -छात्राएं शामिल थे। अध्यक्षता डॉ. आर एस पांडेय व संचालन डॉ. मनोज कुमार झा ने किया।