नवादा जिले के शाहपुर ओपी प्रभारी रहीं विभा कुमारी हत्या के मामले में बुरी तरफ फंस गईं हैं। हिरासत में बंदी की पिटाई और मौत के बाद से निलंबित विभा कुमारी पर अब हत्या की एफआईआर दर्ज कर ली गई है। इस लपेटे में शाहपुर ओपी में तैनात एएसआई (जमादार) गंगा मेहता भी आ गए हैं। दोनों के खिलाफ नगर थाना में प्राथमिकी एसपी के आदेश पर दर्ज हुई है।
हालांकि न्यायिक जांच का रिपोर्ट आना बाकी है। बावजूद, दोनों पुलिस पदाधिकारियों की मुश्किलें बढ़ गई है। एसपी ने साफ तौर पर कहा कि दोनों पुलिस अधिकारियों पर हत्या का मुकदमा चलेगा।
4 जून 22 की शाम शाहपुर ओपी के बोझमा गांव के सामुदायिक भवन में शराबियों के हंगामे के बाद शाहपुर ओपी के एएसआई उमेश प्रसाद वहां से दो भाइयों बोरा मांझी और विशंभर मांझी को गिरफ्तार किया था। दोनों शराब के नशे में थे। अगले दिन 5 जून 22 को दोनों को रिमांड के लिए नवादा सिविल कोर्ट लाया गया था। एडीजे 12 सह स्पेशल एक्साइज कोर्ट में पेशी के दौरान बोरा मांझी ने तबीयत खराब होने की बात कोर्ट को बताया था। जज साहब ने कारा अधीक्षक को समुचित इलाज का आदेश दिया था। पेशी के बाद कोर्ट से बाहर निकलते ही बोरा मांझी की मौत हो गई थी।
बोरा की की पत्नी ने पुलिस पर हिरासत अवधि में मारपीट करने और पेशाब नहीं होने के बावजूद इलाज नहीं कराने का आरोप लगाई थी। वहीं, मौत के वक्त साथ रहे भाई विशंभर मांझी के बयान पर नगर थाना में यूडी केस 10/22 दर्ज किया गया था। बस इसी मामले में एसपी के आग्रह पर कांड की न्यायिक जांच शुरू की गई थी। इस बीच पहले ओपी प्रभारी को 13 जुलाई को निलंबित किया गया, अब प्राथमिकी दर्ज की गई है। यह कार्रवाई स्थानीय स्तर पर की गई जांच में प्राप्त साक्ष्यों के आधार पर की गई है।