बिहार से गिरफ्तार देश विरोधी गतिविधियों में सक्रियता का आरोपित मरगूब अहमद उर्फ ताहिर से एनआईए की टीम जल्द पूछताछ करेगी। पटना के बेऊर जेल में बंद ताहिर को एनआईए पांच दिनों के लिए रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी।
जानकारी के अनुसार,फुलवारीशरीफ में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के आतंकी मॉड्यूल मामले में केंद्रीय जांच एजेंसी एनआईए को दो आरोपियों की रिमांड मिली है। एनआईए ने अतहर परवेज और वकील नूरुद्दीन जंगी को रिमांड पर लिया है। दोनों अभी बेऊर जेल में न्यायिक हिरासत में बंद हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बिहार यात्रा से पहले जुलाई में फुलवारीशरीफ इलाके में कुछ संदिग्ध जमा हुए थे, जो पीएफआई संगठन से जुड़े थे। फुलवारीशरीफ आतंकी मॉड्यूल मामले में एनआईए ने दो प्राथमिकी दर्ज की है। पहली प्राथमिकी अतहर परवेज समेत 26 लोगों के खिलाफ दर्ज की गई।
दूसरी प्राथमिकी मरगूब उर्फ ताहिर के खिलाफ दर्ज हुई। 11 जुलाई को फुलवारीशरीफ में जमा हुए संदिग्धों द्वारा प्रधानमंत्री की प्रस्तावित यात्रा को बाधित करने की योजना को लेकर प्राथमिकी दर्ज की गई है।
एनआईए 5 दिसंबर तक दोनों आरोपियों से पूछताछ करेगी। इस दौरान पीएफआई के आतंकी मॉड्यूल मामले में कई बड़े खुलासे हो सकते हैं। जांच एजेंसी ने स्पेशल कोर्ट में आवेदन कर दोनों से पूछताछ की अनुमति मांगी थी। बताया जा रहा है कि ताहिर से एनआईए की पूछताछ के लिए 5 दिसंबर की तारीख निर्धारित की गई है। पूर्व में एनआईए ने पूछताछ के लिए आवेदन दिया था, जिसके बाद विशेष न्यायाधीश गुरविंदर सिंह मल्होत्रा ने एनआईए को इसकी अनुमति दे दी है।
जानकारी के अनुसार जब ताहिर के फोन की पड़ताल की गई तो उसके पाकिस्तान के कट्टरपंथी संगठन तहरीक ए हिंद से जुड़े होने की जानकारी मिली है। पाकिस्तान के फैजान नामक शख्स से भी उसका कांटेक्ट है। ताहिर के फोन में बने एक-एक ग्रुप में फैजान ऐड था, जिसका टाइटल गजवा ए हिंद था। उस ग्रुप का एडमिन खुद ताहिर ही था। 2016 में ही ताहिर पाकिस्तान के लोगों के संपर्क में आया था।
14 जुलाई को बिहार पुलिस ने मरगूब अहमद दानिश उर्फ ताहिर को गिरफ्तार किया गया था। इस केस में अब तक पांच लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है। 11 जुलाई को अतहर परवेज और झारखंड पुलिस के सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारी मोहम्मद जलालुद्दीन की गिरफ्तारी हुई थी। फुलवारीशरीफ में पीएफआई का कार्यालय चल रहा था। इस कार्यालय से बड़े पैमाने पर आपत्तिजनक सामग्री बरामद हुई थी। इसी मामले में अलवा कॉलोनी के अरमान मलिक को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है।
गजवा ए हिंद व्हाट्सएप ग्रुप में कई ऐसी चीजें मिली हैं जो देश विरोधी, आपत्तिजनक और गैरकानूनी है। इस व्हाट्सएप ग्रुप में केवल भारत और पाकिस्तान के लोग ही नहीं बल्कि बांग्लादेश के भी लोग जुड़े हैं।
उल्लेखनीय है कि बिहार एटीएस ने 14 जुलाई को मोहम्मद दानिश साहिल उर्फ ताहिर को भारत विरोधी गतिविधियों में संलिप्तता के आरोप में गिरफ्तार किया था। अब एनआईए ताहिर से आगे की पूछताछ करेगी।