पटना में जनता दल यूनाइटेड (जदयू) राज्य कार्यकारिणी की बैठक शनिवार 11.30 बजे शुरू हो गई। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, जदयू राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह, संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा सहित जदयू के तमाम नेता बैठक में मौजूद हैं। मुख्यमंत्री ने दीप प्रज्वलित कर बैठक की शुरुआत की। बैठक में कई मुद्दों पर चर्चा होगी।
इसके बाद 4 सितंबर (रविवार) को राष्ट्रीय परिषद की बैठक भी होनी है। जेडीयू की बैठकों में राष्ट्रीय स्तर पर विपक्ष की एकजुटता पर विचार-विमर्श होगा। किस मोड में जेडीयू विपक्ष की एकजुटता को लेकर आगे बढ़े इसपर चर्चा होगी. साथ ही 2024 चुनाव को देखते हुए नीतीश की भूमिका राष्ट्रीय स्तर पर क्या हो इसपर भी मंथन होगा।
जेडीयू बैठक में बीजेपी का सामूहिक रूप से मुकाबला करने के अलावा महंगाई और बेरोजगारी के मुद्दे प्रमुखता से उठ सकते हैं। जेडीयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी और राष्ट्रीय परिषद की बैठक ऐसे समय में हो रही है, जब बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए एकजुट विपक्ष का प्रधानमंत्री पद का चेहरा बनने की चर्चा जोरों पर है।जदयू के राज्य कार्यकारिणी की बैठक में राष्ट्रीय अध्यक्ष से लेकर जदयू के कई नेताओं ने मणिपुर में जदयू विधायक के भाजपा में शामिल होने पर जोरदार हमला किया। राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने कहा कि सभी जगह पर धनबल का भाजपा इस्तेमाल कर रही है। साथ ही राष्ट्रीय जांच एजेंसियों का भी सहारा ले रही है। आने वाले समय में पूरे देश में विरोध शुरू होगा। जनता सब कुछ देख रही है। अगले चुनाव में मुंहतोड़ जवाब मिलेगा। भाजपा को 2024 के लोकसभा चुनाव में सबक मिलेगा।
मणिपुर में जदयू को लगे झटके पर बिफरे पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने भाजपा पर धनबल का प्रयोग करने का आरोप लगाया है। जदयू की आज से शुरू होने वाली राष्ट्रीय कार्यकारिणी की दो दिवसीय बैठक में पहुंचने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए मणिपुर में जदयू विधायकों की टूट पर ललन सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री धनबल का प्रयोग कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि अरुणाचल प्रदेश और मणिपुर में जदयू को जिन सीटों पर जीत मिली थी वहां हम भाजपा को हरा कर जीते थे। अरुणाचल प्रदेश में जदयू ने 7 सीट जीता था और मणिपुर में छह सीट भाजपा को हराकर जीता था लेकिन भाजपा ने पहले अरुणाचल प्रदेश में वर्ष 2020 में जदयू विधायकों को तोड़ने का जो काम किया। उस समय हमारे साथ रहते हुए भी उन्होंने गठबंधन का धर्म नहीं निभाया। अब मणिपुर में हमारे जिन विधायकों को तोड़ा गया। वहां धनबल का प्रयोग हुआ है। भाजपा ने महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश में जो किया उससे पता चलता है कि 2024 के चुनाव को लेकर पीएम मोदी बौखलाए हुए हैं।
भाजपा जैसा महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश में कर रही है, क्या वैसा बिहार में भी हो सकता है ? इसके जवाब में ललन सिंह ने कहा कि यहां लोगों के नस-नस में राजनीत है। यहां भाजपा को कोई फायदा नहीं होगा। एक बार उन्होंने भी पार्टी में अपना एजेंट लगाकर देख लिया लेकिन इससे भी भारतीय जनता पार्टी को कोई फायदा नहीं हुआ।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री भ्रष्टाचार और सदाचार की परिभाषा बदल रहे हैं। अगर विपक्षी विधायकों को तोड़ने के लिए प्रधानमंत्री की पार्टी धनबल का प्रयोग कर रही है तो यह उनका सदाचार है। वहीं, विपक्षी पार्टी अगर एक मंच पर आ रही है तो यह भ्रष्टाचार है। जितने दागी लोग भाजपा में चले जाएं तो वह साफ-सुथरे और धुले हुए हो जाते हैं।
पत्रकारों के सवाल पर कि भाजपा कह रही है कि जदयू अपने विधायकों को संभाल नहीं पा रही वे गठबंधन को क्या संभालेंगे। इस पर ललन सिंह ने कहा कि भाजपा ने महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश में जो किया उससे पता चलता है कि 2024 के चुनाव को लेकर उनकी चिंता बढ़ी हुई है। हमने भाजपा को हराकर अरुणाचल प्रदेश में 7 सीट जीता था और मणिपुर में छह सीट जीता था। प्रधानमंत्री धनबल का प्रयोग कर रहे हैं, जो सदाचार है।
उन्होंने कहा कि 2023 में जदयू राष्ट्रीय पार्टी बनेगी। भाजपा इसे रोकने के लिए कितनी भी कोशिश कर ले, कोई फायदा नहीं होने वाला है। 2024 की चिंता भाजपा को करनी चाहिए क्योंकि जुमलेबाज देश से विदा हो रहे हैं।
जदयू कार्यालय में राज्य कार्यकारिणी की बैठक में शामिल होने पहुंचे भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि भाजपा के साथ जब हम सरकार में थे तब तो उन्होंने हमारी पार्टी के विधायकों को अरुणाचल में तोड़ा था। अब तो हम लोग साथ नहीं हैं तब तोड़ दिया तो क्या बड़ी बात है ? उन्होंने कहा कि विधायक को तोड़ा है वोट बैंक को नहीं । उन्होंने कहा कि जदयू अपने तरीके से काम करेगी।बिहार में सहयोगी राष्ट्रीय जनता दल (राजद) को छोड़कर किसी भी बड़ी पार्टी ने अब तक इस तरह के आह्वान (नीतीश को प्रधानमंत्री पद का चेहरा बनाने) का समर्थन नहीं किया है। जदयू अपनी बैठक में विपक्ष को एकजुट करने की आवश्यकता पर भी ध्यान केंद्रित कर सकता है।
जदयू के राष्ट्रीय महासचिव अफाक अहमद खान ने कहा कि देशभर के लगभग 110 पार्टी नेता, जिनमें इसकी 26 राज्य इकाइयों के अध्यक्ष शामिल हैं, शनिवार को राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में हिस्सा लेंगे। रविवार को राष्ट्रीय परिषद की बैठक में पार्टी के 250 से अधिक नेता शामिल होंगे। खान ने कहा कि नीतीश के दोनों दिन सम्मेलन को संबोधित करने की उम्मीद है।
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