बिहार में मौसम अभी तेवर में है। क्योंकि बिहार में घुस आया है ‘कालवैशाखी’। बिहार में दिखेगा ‘कालवैशाखी’ का असर जिससे मौसम विभाग ने 19 जिलों में आंधी-बारिश का यलो अलर्ट जारी किया है।
पहले जानिए क्या होता है कालवैशाखी: बैशाख का महीना चल रहा है और मौसम की ये स्थित इस समय बनती है इसी कारण इसका नाम काल बैशाखी पड़ा है।
दरअसल लगातार पछुआ हवा चलने के बाद जब पुरवा हवा भी चलनी शुरू होती है तो पुरवा और पछुआ के मिलने के वक्त वातावरण में नमी आती है जिससे तेज आंधी जिसे हम बवंडर भी कहते हैं।
चलती है इस आंधी के बीच ही जोरदार गरज-चमक संग भारी बारिश होती है। ये बारिश दो-तीन घंटे भी हो सकती है। लेकिन इससे मौसम तो जरूर कुछ देर के लिए ठंडा हो जाता है पर भारी बारिश और बिजली गिरने से जान-माल का खतरा बना रहता है।
बैशाखी का असर मैदानी इलाकों जैसे पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, उड़ीसा, पश्चिम बंगाल, आसोम आदि क्षेत्रों में काल बैशाखी का असर ज्यादा देखा जाता है।
काल बैशाखी का असर ग्लोबल नहीं होता बल्कि ये क्षेत्रीय आधार पर बनता है। ऐसा पछुवा और पुरवा हवा के मिलन से ही होता है और कुछ देर के लिए ही ऐसा माहौल बनता है। इसमें घंटे-दो घंटे के लिए तेज हवा, तेज यानी इसे मूसलधार बारिश भी कह सकते हैं उस तरह की बारिश होती है।
आसमान में बिजली जोर की कड़कती है। वैसे अक्टूबर-नवंबर में ऐेसे हालात बनते हैं पर काल बैशाखी, अप्रैल और मई के पहले पक्ष में ही ज्यादा असरकारक होती है।
काल बैशाखी की सक्रियता से बारिश के आसार हैं। इसके असर से पटना समेत कई जिलों में गुरुवार सुबह हल्की बूंदाबूंदी ने मौसम को आशिकाना बना दिया है।
कई क्षेत्रों में आसमान में बादल भी दिखे। मौसम विभाग ने गुरुवार को भागलपुर, बांका, जमुई, मुंगेर और खगड़िया समेत उन्नीस जिलों में के लिए अलर्ट जारी किया है।
इन जिलों के एक या दो स्थानों पर हल्की बारिश की संभावना है। वहीं, 33 जिलों में मौसम शुष्क रहने के आसार हैं। इस दौरान 30-40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चल सकती है।
बिहार में पिछले चार से पांच दिनों में मौसम का बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है। राज्य में पश्चिमी विक्षोब के प्रभाव और ‘कालवैशाखी’ की सक्रियता से आंधी, बारिश और ओला वृष्टि की स्थिति बनी हुई है।
हालांकि, बुधवार को राजधानी पटना समेत राज्य के 26 जिलों में दिन के अधिकतम तापमान में बढ़ोत्तरी देखने को मिली। IMD पटना के अनुसार 27 और 28 अप्रैल को तापमान में बढ़ोतरी दर्ज की जाएगी, जबकि, कुछ जिलों में पारा एक बार फिर से 40 के आसपास पहुंच सकता है, जबकि, राजधानी पटना समेत 19 जिलों में बारिश की संभावाना है।
मौसम पूर्वानुमान के मुताबिक बिहार के 19 जिले पटना, गया, नालंदा, नवादा, शेखपुरा, रोहतास, बक्सर समेत अन्य जिले शामिल हैं। यहां गुरुवार को आंधी, बारिश, तेज हवा, को लेकर यलो अलर्ट जारी किया गया है।
मौसम विभाग के मुताबिक राज्य के 19 जिलों को छोड़कर 21 जिलों में तापमान 40 डिग्री के पार जा सकता है। वहीं, 29 और 30 अप्रैल को फिर से तापमान में गिरावट दर्ज की जाएगी।
बीते 24 घंटे में बक्सर सबसे गर्म रहा। यहां का अधिकतम तापमान 41.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। गया का 37.5 डिग्री, नवादा 37 डिग्री, नालंदा का 38.1 डिग्री, शेखपुरा
36.7 डिग्री, भागलपुर 37.8 डिग्री, खगड़िया 38.1 डिग्री, बेगूसराय 36.5 डिग्री, अररिया 35.6 डिग्री, भोजपुर 37.6 डिग्री, औरंगाबाद 37.8 डिग्री, मोतिहारी 36.6 डिग्री, वाल्मीकि नगर 37.5 डिग्री, दरभंगा 36.2 डिग्री, सुपौल 35.6 डिग्री, किशनगंज 34.5 डिग्री और कटिहार का तापमान 36.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।