प्यार ‘ दिवाना ‘ होता है, ‘ मस्ताना ‘ होता है यह तो आपने सुना ही होगा, लेकिन आज जो मामला सामने आ रहा है वो पढ़ कर आप यकीन भी कर उठेंगे की सचमुच प्यार ‘ दिवाना ‘ होता है… मामला बिहार के खगड़िया का है।
“इश्क़ पर ज़ोर नहीं है ये वो आतिश ”ग़ालिब” कि लगाए न लगे और बुझाए न बने”, मिर्ज़ा ग़ालिब की शायरी बहुत ही प्रसिद्ध है। प्यार करने वाले लोग अक्सर इस शायरी का ज़िक्र करते हैं। वैसे देखा जाए तो इश्क़ अंधा होता है।
ये न उम्र देखता है और ना ही कोई बंधन। बस हो जाता है।ऐसा ही एक मामला जिले के परबत्ता प्रखंड अंतर्गत दरियापुर पंचायत के पंचखुट्टी नयागांव से सामने आया है। जहां 21 साल के एक लड़के को 41 साल की चार बच्चों की मां से शादी रचानी पड़ी है।
जिले के जोरावरपुरा पंचायत अंतर्गत शिरोमणि टोला के 21 वर्षीय युवक का विगत दो वर्षों से प्रेम-प्रसंग दरियापुर पंचायत के पंचखुट्टी नयागांव निवासी चार बच्चे की मां से चल रहा था। महिला के यहां युवक का आना-जाना लगा रहता था।
बीती रात महिला के घर उक्त युवक को पंचखुट्टी नयागांव में ग्रामीणों ने पकड़ लिया। उसके बाद दरियापुर पंचायत के सरपंच एवं जोरावरपुरा पंचायत के सरपंच को बुलाया गया।
जिसके उपरांत दोनों पक्षों के लोग उपस्थित हुए और फिर एक पंचनामा कागज बनाकर दर्जनों ग्रामीणों के समक्ष लड़का ने महिला की मांग में सिंदूर भर दिया। बताते चलें कि युवक और महिला अलग-अलग जाति के हैं तथा महिला के पति का देहांत हो चुका है। चार संतानों में से महिला ने दो पुत्र को रखने की बात लिखित रूप में की है।
जबकि उनके दो अन्य पुत्र दादी के पास ही रहेंगे। शादी के बाद ग्रामीणों ने युवक के साथ महिला को विदा कर दिया है। उनके साथ महिला के दो बच्चे भी गए हैं। बहरहाल यह शादी चर्चा में है।