खगड़िया जिला के परिवार न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश ने अपने आवास की सुरक्षा ड्यूटी में तैनात होमगार्ड के जवान पर अपनी राइफल उनके सीने पर तान देने और गाली गलौज करने का आरोप लगाते हुए मंगलवार को स्थानीय थाने में प्राथमिकी दर्ज कराया है।
दूसरी ओर इस मामले में होमगार्ड के जवान की गंभीर रूप से पिटाई की बात कही जा रही है। घायल होमगार्ड जवान वीरेंद्र सिंह को सदर अस्पताल खगड़िया में प्रारंभिक ईलाज के बाद गंभीर हालत में रेफर किया गया है।
झंझारपुर की घटना के बाद यह पहला गंभीर मामला है जिसमें किसी न्यायाधीश की उनके सुरक्षा कर्मी से हाथापाई का आरोप लग रहा है। खगड़िया मुफस्सिल थानाध्यक्ष को दिए गए लिखित आवेदन में प्रधान न्यायाधीश राजकुमार ने आरोप लगाया है कि जब वह मंगलवार की सुबह टहलने के बाद अपने आवास लौटे तो गेट को खुला पाया।
इस संबंध में उन्होंने ड्यूटी पर तैनात वीरेंद्र सिंह को गैरेज में खड़ा पाया और जब गेट खुला होने पर नाराजगी जताई तो गुस्से में आकर होमगार्ड जवान वीरेंद्र सिंह ने उनके साथ ना केवल गाली गलौज और बदसलूकी किया बल्कि अपनी राइफल को भी न्यायाधीश के सीने पर तान दिया और जान से मारने की धमकी दी। अपनी जान खतरे में पाकर उन्होंने जवान को अपने कब्जे में लिया।
थानाध्यक्ष ने बताया कि प्रधान न्यायाधीश के आवेदन पर खगड़िया मुफस्सिल थाना कांड संख्या 85/2022 दर्ज किया गया है। इस संबंध में प्रधान न्यायाधीश ने दूरभाष पर बताया कि मिलने पर घटना के संबंध में कुछ बोलेंगे।
इधर घायल होमगार्ड जवान की ओर से कोई बयान सामने नहीं आया है बताया जाता है कि घायल होमगार्ड जवान वीरेंद्र सिंह को वेंटिलेटर पर रखा गया है। इस संबंध में जिला और पुलिस प्रशासन के सभी अधिकारियों ने चुप्पी साध ली है।