‘बिना चढ़ावा जमीन का मुआवज़ा नहीं-पैसे दो!’ –लोभ के जाल में ट्रैप हुआ लोभी अमीन-घूस की रकम पहले से थी केमिकल मार्क – जैसे ही पकड़ा, निगरानी ने दबोच लिया।किशनगंज में भ्रष्टाचार का बड़ा खुलासा –1 लाख की घूस लेते पकड़ा गया अमीन – सरकार की जमीन पर भी मांग रहा था रिश्वत!@किशनगंज,देशज टाइम्स।
किशनगंज में घूस लेते रंगेहाथ पकड़ा गया अमीन, एक लाख की रिश्वत लेते निगरानी टीम ने दबोचा | Kishanganj Bribery Arrest News
किशनगंज, देशज टाइम्स। जिले में भ्रष्टाचार के खिलाफ निगरानी विभाग ने एक बार फिर सख्त कार्रवाई की है। गुरुवार को दौला पंचायत के अमीन निरंजन कुमार को रंगेहाथ एक लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार कर लिया गया। यह कार्रवाई किशनगंज बस स्टैंड के पास की गई, जहां आरोपी रिश्वत लेने आया था।
जमीन अधिग्रहण के मुआवजे में मांगी थी रिश्वत
मामला जिले के निवासी जमील अख्तर से जुड़ा है, जिनकी जमीन सरकार ने बांध निर्माण परियोजना के तहत अधिग्रहित की थी। जमील का आरोप था कि मुआवजा जारी करने के एवज में अमीन निरंजन कुमार ने उनसे एक लाख रुपये की रिश्वत की मांग की थी। अमीन ने स्पष्ट कहा था कि “बिना पैसा दिए मुआवजा पास नहीं होगा।”
निगरानी विभाग ने रची योजना, किया ट्रैप
शिकायत मिलने के बाद निगरानी विभाग की टीम ने मामले की गंभीरता से जांच शुरू की। प्रारंभिक जांच में आरोप सही पाए गए, जिसके बाद फिल्ड ट्रैप ऑपरेशन की रणनीति तैयार की गई। जमील अख्तर को निगरानी टीम ने निर्देश दिया कि वह आरोपी को तय स्थान और समय पर रिश्वत दे।
बस स्टैंड पर हुई रेड, आरोपी को रंगेहाथ पकड़ा गया
गुरुवार को जैसे ही अमीन ने जमील अख्तर से रिश्वत ली,उसी समय निगरानी विभाग की टीम ने बस स्टैंड पर धावा बोल दिया। अमीन निरंजन कुमार को रिश्वत की रकम के साथ गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपी के पास से पूरे एक लाख रुपये बरामद किए गए, जिन्हें पहले से केमिकल से मार्क किया गया था।
निगरानी टीम की कार्रवाई से मचा हड़कंप
यह गिरफ्तारी सरकारी तंत्र में व्याप्त भ्रष्टाचार की पोल खोलती है। भूमि अधिग्रहण मामलों में रिश्वत की शिकायतें पहले भी आ चुकी हैं, लेकिन इस बार निगरानी विभाग ने त्वरित कार्रवाई की। इससे अन्य अधिकारियों के लिए भी एक कड़ा संदेश गया है कि रिश्वत लेने पर कड़ी सजा मिल सकती है।
मुख्य बिंदु (Bullet Points):
दौला पंचायत में पदस्थापित अमीन निरंजन कुमार को रिश्वत लेते गिरफ्तार किया गया। एक लाख रुपये की रिश्वत जमीन अधिग्रहण मुआवजे के एवज में मांगी गई थी। निगरानी विभाग ने ऑपरेशन ट्रैप के तहत गिरफ्तारी की। रिश्वत की रकम पहले से ही मार्क की गई थी। आरोपी को बस स्टैंड पर रंगेहाथ पकड़ा गया। जांच जारी, आरोपी को कोर्ट में पेश किए जाने की संभावना