अब बिहार में बीपीएल कार्डधारियों की जांच होगी। इसके लिए आमसभा बुलाया जाएगा। वहीं, आम सभा में ही तय किया जाएगा कि कौन लोग बीपीएल के योग्य हैं और कौन नहीं।
इसके तहत जो लोग बीपीएल के कार्ड लिए हैं और उनके पास निर्धारित संसाधन उपलब्ध है जो कहीं से भी बीपीएल के मानक नहीं है ऐसे लोगों को चिह्नित कर उन्हें बीपीएल के लाभ से वंचित कर दिया जाएगा। साथ ही इसके लिए प्रखंड विकास पदाधिकारी के पास आवेदन देकर ऐसे लोगों को मुखिया बीपीएल से वंचित करेंगे। साथ ही, जो सही मायने में बीपीएल के हकदार हैं और उन्हें कार्ड उपलब्ध नहीं है उसके लिए भी कार्रवाई करते हुए तत्काल कार्ड उपलब्ध कराया जाएगा।
जानकारी के अनुसार, बिहार के पंचायतों में बहुत सारे ऐसे बीपीएल कार्डधारी हैं जिनका बीपीएल बनना ही नहीं चाहिए, क्योंकि वह बीपीएल कार्डधारी के लायक नहीं है उनके पास सारी सहूलियत हैं जैसे कि ट्रैक्टर, पक्का मकान छत वाला और गाड़ियां भी है ऐसे लोग भी पंचायत में बीपीएल कार्ड बनाकर बीपीएल लाभुक बने हुए हैं और बीपीएल कार्ड धारी बनकर लाभ उठा रहे हैं।
ऐसे लोगों को चिन्हित कर ग्राम सभा आयोजित कर बीपीएल कार्ड धारियों का लिस्ट से नाम काटा जाएगा और इसके लिए प्रखंड विकास पदाधिकारी को आवेदन भी दिया जाएगा। जो लोग सही मायने में बीपीएल कार्ड धारी के लायक हैं और गरीबी रेखा से नीचे है उन तमाम लोगों को भी चिन्हित कर उनका बीपीएल कार्ड बनाने का कार्य किया जाएगा, पंचायत के लिए और पंचायत के गरीब तबकों के लिए यह एक ठोस कदम होगा।
इसकी पहल किशनगंज से शुरू हो गई है। मुखिया तोहिद आलम ने बताया कि अब बीपीएल कार्डधारियों की जांच होगी। इसके लिए आमसभा बुलाया जाएगा। वहीं, आम सभा में ही तय किया जाएगा कि कौन लोग बीपीएल के योग्य हैं और कौन नहीं।