कांग्रेस कोटे के पंचायती राज्य मंत्री मुरारी प्रसाद गौतम लगातार अपने विवादित बोलो के लिए बीजेपी के निशाने पर आ रहे हैं। हाल ही में सीवान में उन्होंने बीजेपी को आड़े हाथों लेते कहा था कि BJP के नेता बड़बोले और जुमलेबाज हैं। हमलोग जमीन पर रहकर काम करते हैं। आने वाला समय बताएगा कि हम लोग जुमलेबाज नहीं है कि यहां फेक कर चले जाए और कुछ नहीं करे।
उन्होंने कहा, बीजेपी के नेता बड़बोल और जुमलेबाज है, हम लोग जमीनी आदमी है काम कर के दिखलाना चाहते है। बिना काम के हम लोग फेंकने का काम नहीं करते हैं। हमलोग फेकू नहीं हैं। इसका बीजेपी विरोध कर ही रही थी कि अब मंत्री मुरारी प्रसाद गौतम ने नीतीश सरकार के लिए बड़ी मुसीबत खड़ी कर दी है। उन्होंने अपने ही सरकार को कटघरे में खड़ा करते वार्ड सदस्यों पर बड़ा हमला बोल दिया है। इसे अब बीजेपी लपक ले रही है। पढ़िए पूरी खबर
कांग्रेस कोटे से पंचायती राज मंत्री मुरारी गौतम ने कहा कि बिहार सरकार की नल-जल योजना विफल हो रही है, इसका कारण अनपढ़ और कम पढ़े-लिखे वार्ड सदस्य हैं। इसके बाद वे बीजेपी के निशाने पर आ गए हैं। बिहार बीजेपी अध्यक्ष संजय जायसवाल ने मंत्री मुरारी गौतम का इस्तीफा मांगा है। वहीं, वार्ड सदस्यों ने मंत्री के विरोध में पुतला फूंका।
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने कहा कि जिस तरह नीतीश कुमार के मंत्री ने वार्ड सदस्यों की शिक्षा का मजाक उड़ाया है, वह निंदनीय है। सांसद-विधायकों की तरह वार्ड सदस्यों का भी अपना एक क्षेत्र होता है। वह किसी भी मायने में दूसरे जनप्रतिनिधियों से कम नहीं हैं। जल-नल योजना के सबसे बड़े घोटालेबाज खुद मु्ख्यमंत्री नीतीश कुमार हैं।
दरअसल हुआ यूं कि मंत्री मुरारी गौतम का एक वीडियो इन दिनों वायरल हो रहा है। इसमें नीतीश सरकार में मंत्री मुरारी गौतम वीडियो में एक पत्रकार से बातचीत करते नजर आ रहे हैं।
पत्रकार ने उनसे पूछा, नल-जल योजना के बारे में, फिर क्या था मंत्री महोदय ने तपाक से कहा कि बिहार के वार्ड सदस्यों में साक्षरता की कमी है। इस वजह से योजना विफल हो रही है। वार्ड सदस्य अपने कर्तव्यों का निर्वहन सही तरीके से नहीं करते, इस वजह से यह समस्या है। फिर क्या था बीजेपी ने इसे मुद्दा बनाकर उनसे इस्तीफे पर अड़ गई है। वहीं वार्ड सदस्य अलग से नाराज हो गए हैं।