गुरुवार को एक बार फिर आंगनबाड़ी सेविकाएं अपनी मागों को लेकर सड़क पर उतरी। आंगनबाड़ी सेविकाओं ने राजधानी पटना स्थित राजद कार्यालय का घेराव किया। आरजेडी ऑफिस के बाहर प्रदर्शन कर रही आंगनबाड़ी सेविकाओं पर पुलिस ने (Lathi charge on Anganwadi workers) लाठीचार्ज किया है।
हटाने के लिए पहले वाटर कैनन का इस्तेमाल किया गया। इसके बाद पुलिस ने खदेड़ना शुरू किया। वाटर कैनन के इस्तेमाल के दौरान एक पोल में करंट भी आ गया। हालांकि किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। पुलिस की कार्रवाई के दौरान कई आंगनबाड़ी सेविकाओं के घायल होने की भी खबर है।
पटना में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के प्रदर्शन का आज तीसरा दिन है। आज डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव का जन्मदिन है। आरजेडी ऑफिस में आज डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव का जन्मदिन मनाया जाएगा। इसलिए आंगनबाड़ी सेविकाएं यहां अपनी मांग को लेकर डिप्टी सीएम से मिलने पहुंची थीं। उन्हें हटाने के लिए आज एक बार फिर से प्रशासन ने लाठीचार्ज और वाटर कैनन का इस्तेमाल किया। पुलिस की कार्रवाई के दौरान कई आंगनबाड़ी सेविकाओं के घायल होने की भी खबर है। आंगनबाड़ी सेविकाओं की मांग है कि उनके मानदेय 10 हजार रुपए की जानी चाहिए।
आंगनबाड़ी सेविकाओं का प्रदर्शन बीते तीन दिनों से जारी है। 7 नवंबर को आंगनबाड़ी सेविकाओं ने बिहार विधानसभा का घेराव चाहा था जहाँ लाठीचार्ज कर उन्हें हटाया गया। इसके बाद 8 नवंबर को डाकबंगाल चौराहे पर आंगनबाड़ी सेविकाओं ने प्रदर्शन किया, उन्हें हटाने के लिए एक बार फिर से लाठीचार्ज और वाटर कैनन का सहारा लिया गया। वहीं आज राजद कार्यालय के बहार से उन्हें हटाने के लिए फिर से लाठीचार्ज और वाटर कैनन का इस्तेमाल किया गया।
आंगनबाड़ी सेविकाओं का कहना था कि अगर मंत्री जी से मिलने के बाद उनकी विभिन्न मांगों पर सरकार से सहमति बनती तो यह प्रदर्शन खत्म कर दिया जाता, लेकिन मंत्री जी से मुलाकात नहीं हो पाई इसलिए हमारा प्रदर्शन जारी रहेगा।
अभी बिहार में आंगनबाड़ी सेविकाओं को 5 हजार 950 सैलरी दी जाती है। वो 25 हजार रुपए की मांग कर रही हैं। वहीं, आंगनबाड़ी सहायिका की सैलरी 2,700 है। वो 18 हजार की मांग कर रही हैं।