मधुबनी में 412 करोड़ की लागत से बनेगी 445 किमी ग्रामीण सड़कें
➡️ मुख्यमंत्री ग्राम संपर्क योजना (MMGSY) के तहत स्वीकृति प्रक्रिया शुरू
➡️ 230 ग्रामीण पथ निर्माण में शामिल, मार्च में टेंडर की संभावना
➡️ राजनगर, पंडौल, खजौली, रहिका और कलुआही में सबसे अधिक सड़कें बनेंगी
➡️ पांच वर्षों तक रखरखाव भी सुनिश्चित किया जाएगा
🚧 ग्रामीण सड़कों के निर्माण की योजना
मधुबनी ग्रामीण कार्य प्रमंडल में 412 करोड़ रुपये की लागत से 445 किमी. लंबी ग्रामीण सड़कें बनने जा रही हैं। मुख्यमंत्री ग्राम संपर्क योजना (MMGSY) के तहत इन सड़कों की प्रशासनिक स्वीकृति की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
👉 230 ग्रामीण पथों को इस योजना में शामिल किया गया है
👉 सड़क निर्माण के साथ पांच वर्षों तक रखरखाव भी किया जाएगा
👉 मार्च में टेंडर जारी होने की संभावना
👉 बिहार विधानसभा चुनाव से पहले निर्माण कार्य पूरा होने की उम्मीद
📍 कहां-कहां बनेंगी सड़कें?
प्रखंड | सड़कों की संख्या |
---|---|
राजनगर | 86 |
पंडौल | 65 |
खजौली | 40 |
रहिका | 25 |
कलुआही | 11 |
🚦 किन इलाकों में हैं सबसे जर्जर सड़कें?
मधुबनी के कई प्रमुख ग्रामीण मार्गों की हालत बेहद खराब है, जिससे स्थानीय लोगों को आवाजाही में परेशानी हो रही है। कुछ महत्वपूर्ण जर्जर सड़कें इस प्रकार हैं:
- चकदह पावर सब स्टेशन से पलिवार मार्ग
- मंगरौनी रोड
- रांटी से राजनगर और शेखटोली मार्ग
- चिचरी रोड
- भरियाविशनपुर, बेल्हवार, सहोराथान, केवलपट्टी, पटवारा और केमान रोड
- राजनगर थाना, प्रखंड मुख्यालय और BSFC गोदाम तक की सड़कें
💡 इनमें से कई सड़कों को कम भार सहन क्षमता के हिसाब से बनाया गया था, जिससे भारी वाहनों के आवागमन से यह जल्दी खराब हो गईं।
🚀 ग्रामीणों के लिए राहत भरी खबर
📌 90% ग्रामीण सड़कों के निर्माण की योजना तैयार
📌 शेष सड़कों का निर्माण अगले वित्तीय वर्ष में किया जाएगा
📌 नई सड़कें बनने से ग्रामीणों को धूल-गड्ढों से मिलेगी राहत
📌 पैदल यात्रियों और वाहन चालकों को सुरक्षित आवागमन की सुविधा
👉 प्रशासनिक स्वीकृति के बाद मार्च में टेंडर होगा और तेजी से काम शुरू किया जाएगा। ग्रामीणों को उम्मीद है कि बिहार विधानसभा चुनाव से पहले यह सभी सड़कें बनकर तैयार हो जाएंगी। आंकड़ों की जवाबदेही देशज टाइम्स टीम की नहीं। कृपया इसकी सत्यता की स्वंय जांच कर लें। देशज टाइम्स इसकी पुष्टि नहीं करता।