
Madhubani में बुद्धिनाथ झा उर्फ अविनाश झा हत्या कांड के विरोध में जहां दरभंगा से लेकर मधुबनी और पूरे बिहार में विरोध का स्वर मुखर हो रहा है। पढ़िए अब तक की सबसे बड़ी पड़ताल करती रिपोर्ट…
पत्रकारों समेत स्थानीय लोग सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन करते हुए मोमबत्ती जलाकर अपना आक्रोश व्यक्त कर रहे हैं वहीं, मामले में बेनीपट्टी पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए मामले को उलझाने का दावा किया है।
जानकारी के अनुसार, मामले में एक महिला समेत छह युवकों को गिरफ्तार कर लिया है। बेनीपट्टी मुख्य बाजार स्थित डॉ. लोहिया चौक निवासी अपहृत बुद्धिनाथ झा उर्फ अविनाश का शव मिलने से इलाके में सनसनी मच गई थी।
अपहरण की वारदात को अंजाम देने के बाद अपहर्ताओं ने अविनाश की हत्या कर शव को जलाकर उड़ेन गांव के निकट सड़क के किनारे फेंक दिया था, जिसे शुक्रवार को पुलिस ने बरामद कर लिया था।
बेनीपट्टी के आरटीआई एक्टिविस्ट व सोशल मीडिया के पत्रकार बुद्धिनाथ झा उर्फ अविनाश की हत्या मामले में पुलिस ने एक महिला सहित छह लोगों को गिरफ्तार किया है।
बेनीपट्टी अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी अरुण कुमार सिंह ने रविवार शाम मधुबनी में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि अविनाश झा हत्याकांड में अरेर थाना क्षेत्र के अतरौली निवासी पूर्णकला देवी,बेनीपट्टी के रोशन कुमार साह,बिट्टू कुमार पंडित,दीपक कुमार पंडित,पवन कुमार पंडित एवं मनीष कुमार को गिरफ्तार किया गया है। पहले पूर्ण कला देवी की गिरफ्तारी हुई। वह बेनीपट्टी के एक नर्सिंग होम में नर्स के रूप में काम करती है।
जानिए आखिर हुआ क्या
नौ नवंबर को अपहर्ताओं ने बेनीपट्टी निवासी बुद्धिनाथ झा उर्फ अविनाश का अपहरण किया था। इसके बाद काफी ज्यादा खोज के बाद भी उसका पता नहीं चल सका था। इसके बाद उसके भाई ने बेनीपट्टी थाना में अपहरण की रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
रिपोर्ट दर्ज होने के बाद पुलिस ने पुलिस ने शुक्रवार की रात अपहृत युवक अविनाश का शव बेनीपट्टी -पुपरी स्टेट हाईवे के उड़ेन गांव के निकट सड़क के किनारे से बरामद कर लिया। अपहर्ताओं ने अविनाश की हत्या कर शव को जलाकर सड़क के किनारे फेंक दिया था।
अपहर्ता शव को जला कर साक्ष्य मिटाना चाहते थे। हालांकि वो इसमें सफल नहीं हो सके। शव की पहचान कर ली गई है।इसे बरामद कर के थाना में लाया गया।
हालांकि शव पूरी तरह से जला हुआ था। परिजन व मृतक के भाई को बुलाकर पुलिस ने शव की पहचान कराई। मृतक के भाई ने लाल शर्ट व पैर में निशान देख कर शव की पहचान लिया था। इसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए मधुबनी भेज दिया गया।
जानकारी के अनुसार, मृतक के मोबाइल नंबर की जांच की गई, तो पता चला कि नौ नवंबर की रात्रि अविनाश झा के लापता होने से पूर्व पूर्णकला देवी से उसकी अंतिम बार बात हुई थी। महिला ने पुलिस को बताया कि रात करीब सवा दस बजे अविनाश झा अनुराग हेल्थ केयर आए थे।
वहीं, उससे मुलाकात हुई। दोनों जब हेल्थ केयर से बाहर निकले, तो पूर्व से घात लगाए पांचों अपराधियों ने अविनाश झा को पकड़ लिया और के के चौधरी नर्सिंग होम के तरफ ले गए।
बाद में 12 नवंबर को उसका शव बरामद किया गया। हालांकि मीडिया कर्मियों ने जब एसडीपीओ से हत्या के कारणों के बारे में पूछा,तो उन्होंने साफ-साफ कुछ भी नहीं बताने से इंकार कर दिया।
उन्होंने बस इतना कहा कि पुलिस हर पहलू पर जांच कर रही है। घटना को लेकर मृतक के भाई चंद्रशेखर झा ने 10 नवंबर को बेनीपट्टी थाना में अपहरण का मामला दर्ज कराया था। उन्होंने बेनीपट्टी में बिना लाइसेंस चला रहे नर्सिंग होम के संचालकों एवं कर्मियों पर अपहरण करने की आशंका जताई थी।
पुलिस के अनुसार, पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में चार दिन पहले मृत्यु होने की बात सामने आई है। बेनीपट्टी थानाध्यक्ष अरविंद कुमार ने कहा कि आवेदन मिलने के साथ ही पुलिस जांच-पड़ताल में जुटी हुई थी। अब शव मिलने पर प्राथमिकी दर्ज कर सभी बिंदुओं की जांच-पड़ताल की जा रही है। पुलिस हत्यारों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर लेगी।
थाना प्रभारी अरविंद कुमार का कहना है कि इस केस में पुलिस की टीम कई पहलुओं को खंगाल रही है। उम्मीद है कि जल्द ही मामले का खुलासा हो जाएगा। मृतक के परिजनों का आरोप है कि बुद्धिनाथ झा आरटीआई कार्यकर्ता (Madhubani, RTI activist murder case) के रूप में काम करता था।
इसी सिलसिले में बेनीपट्टी में अवैध तरीके से संचालित कुछ निजी नर्सिंग होम के खिलाफ उसने कुछ अहम जानकारी जुटाई थी और प्रशासन से इस मामले में कार्रवाई की मांग की थी, जिसकी वजह से साजिशन उसकी हत्या कर दी गई है।
13 अगस्त को बेनीपट्टी के आठ नर्सिंग होम की हुई जांच
बीते 13 अगस्त को बेनीपट्टी गांव के बुद्धिनाथ झा के द्वारा लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी में दिए गए परिवाद के आलोक में मधुबनी के सिविल सर्जन के द्वारा गठित की गई स्वास्थ्य विभाग की अलग-अलग टीम ने बेनीपट्टी में अवैध रूप से संचालित आठ नर्सिंग होम की जांच की।
स्वास्थ्य विभाग की अलग-अलग टीम ने बेनीपट्टी के अंबेडकर चौक स्थित मां भगवती सेवा सदन, आकाश हेल्थ केयर, लाइफ हेल्थ केयर सेंटर, मां भगवती हॉस्पिटल, मनोकामना हेल्थ केयर सेंटर, प्रिंस हेल्थ केयर सेंटर की जांच, कटैया रोड स्थित ज्योति मेमोरियल हॉस्पिटल और अनुमंडल रोड स्थित शिवम सेवा संस्थान की जांच की।
स्वास्थ्य विभाग ने इस जांच में पाया कि क्लिनिकों का नाम बदलकर गोरखधंधा किया जा रहा है। जांच टीम को ज्योति मेमोरियल हॉस्पिटल कटैया रोड में खोजने पर नहीं मिला। अलग-अलग जांच टीम में अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी मधुबनी, संचारी रोग पदाधिकारी मधुबनी, गैर संचारी रोग पदाधिकारी मधुबनी, वेक्टर वार्न डिजिज पदाधिकारी मधुबनी, पीएचसी प्रभारी रहिका, बिस्फी, मधवापुर व हरलाखी शामिल थे।
बीते 13 अगस्त के बाद 16 अगस्त को भी सिविल सर्जन द्वारा गठित स्वास्थ्य विभाग की टीम ने बेनीपट्टी में अवैध रूप से संचालित आठ नर्सिंग होम की जांच की थी। जांच के बाद मधुबनी के सिविल सर्जन डॉ सुनील कुमार झा ने बीते 18 अगस्त को बेनीपट्टी के कटैया रोड में संचालित श्रीधर आई केयर, आकाश हेल्थ केयर, लाइफ लाइन हेल्थ केयर व मां भगवती सेवा सदन पर 50-50 हजार का जुर्माना लगाया था। यह सभी नर्सिंग होम बिना निबंधन का चल रहा था। जिला लोक के शिकायत के बाद कई नर्सिंग होम की पोल खुल गई। इन चार नर्सिंग होम में मरीजों के जान के साथ खिलवाड़ हो रहा था।
फरवरी में बेनीपट्टी के 19 क्लिनिकों और जांच घरों को बंद करने का आदेश
फरवरी में बेनीपट्टी के पीएचसी प्रभारी डॉ. एसएन झा ने बेनीपट्टी में नियम विरुद्ध चल रहे 19 क्लिनिकों व जांच घरों को नोटिस देकर अविलंब बंद करने का आदेश दिया था। वर्ष 2019 में भी जांच के दौरान बेनीपट्टी में नौ क्लिनिक मानक के अनुसार संचालित नहीं पाए गए थे।
पीएचसी प्रभारी ने विगत फरवरी महीने में बेनीपट्टी के 19 गैर मानक क्लिनिकों व जांच घरों को दिए गए नोटिस में स्पष्ट रूप से कहा था कि यदि भविष्य में यह खुला हुआ पाया गया तो विधि-सम्मत क़ानूनी कार्रवाई की जाएगी। बावजूद इसके तब से लेकर आज तक नोटिस वाले एक भी गैर मानक क्लिनिक का संचालन बंद नहीं हुआ है और स्वास्थ्य विभाग के नाक के नीचे मजे में अवैध रूप से क्लिनिकों का संचालन किया जा रहा है।
कार्रवाई कराने को लेकर चला रखी थी मुहिम
मृतक के भाई ने कहा कि उनके छोटे भाई बुद्धिनाथ उर्फ अविनाश पिछले कई सालों से बेनीपट्टी बाजार सहित क्षेत्र के फर्जी नर्सिंग होमों पर कार्रवाई कराने को लेकर मुहिम चला रखी थी। जिस पर कई की जांच भी हुई थी और कई पर कार्रवाई भी थी। इसी कारण से उक्त ज्ञात व अज्ञात फर्जी नर्सिंग होम संचालकों में से किसी ने बुद्धिनाथ उर्फ अविनाश को रास्ते से हटाने की साजिश रचकर उसकी हत्या कर दी।
भाई चंद्रशेखर कुमार झा ने गुरुवार को थाना में आवेदन देकर बेनीपट्टी के 12 नर्सिंग होम (मां जानकी सेवा सदन अंबेडकर चौक बेनीपट्टी, शिफा पॉली क्लिनिक मकिया, सुदामा हेल्थ केयर धकजरी, अंशु फस्ट एड सेंटर धकजरी, सोनाली हॉस्पिटल अनुमंडल मेन गेट बेनीपट्टी, अराधना हेल्थ एंड डेंटल केयर क्लिनिक जेल गेट बेनीपट्टी, जय मां
काली सेवा सदन अरेर, सान्वी हॉस्पिटल नंदी भौजी चौक, अनन्या नर्सिंग होम, अनुराग हेल्थ केयर कटैया रोड बेनीपट्टी) के संचालकों, कर्मियों एवं चिकित्सकों पर अपने भाई बुद्धिनाथ झा उर्फ अविनाश का अपहरण कर लिए जाने की आशंका जताई है। इस घटना के इलाके में सनसनी मच गई है। पुलिस मामले की गंभीरता से जांच करते हुए आगे बढ़ रही है।