
मधुबनी में अधिवक्ताओं का बवाल! खजौली थानेदार को निलंबित करने की जोरदार मांग। अधिवक्ताओं ने किया समाहरणालय घेराव! बोले – झूठा केस करने वाले थानेदार पर हो कार्रवाई। गरजे वकील! आरोपी की गिरफ्तारी और थानेदार के निलंबन तक आंदोलन जारी। झूठा मुकदमा कर फंसे वकील! साथी अधिवक्ताओं का फूटा गुस्सा, थानेदार पर बड़ी कार्रवाई की मांग। मधुबनी समाहरणालय पर घंटों हंगामा! अधिवक्ता बोले – पुलिस बचा रही अपराधी को।पुलिस-प्रशासन के खिलाफ गरजे अधिवक्ता! एसपी योगेंद्र कुमार ने दिया आश्वासन, लेकिन वकील बोले – अब भरोसा नहीं@मधुबनी देशज टाइम्स।
मधुबनी में अधिवक्ताओं का समाहरणालय पर प्रदर्शन, खजौली थानेदार के निलंबन की मांग
मधुबनी, देशज टाइम्स। मधुबनी व्यवहार न्यायालय के अधिवक्ताओं का गुस्सा सोमवार को फूट पड़ा। अधिवक्ता संघ के बैनर तले सैकड़ों अधिवक्ताओं ने समाहरणालय परिसर में जोरदार प्रदर्शन किया और पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। अधिवक्ताओं ने खजौली थानाध्यक्ष प्रवीण कुमार को निलंबित करने की मांग की।
अधिवक्ताओं की मुख्य मांगें
अधिवक्ता संतोष कुमार पर झूठा मुकदमा (155/25) वापस लिया जाए। 2 अगस्त 2025 को हुए हमले के आरोपी समीर कुमार सिंह की गिरफ्तारी की जाए। खजौली थानाध्यक्ष प्रवीण कुमार पर कार्रवाई और निलंबन हो। अधिवक्ताओं की सुरक्षा को सुनिश्चित किया जाए।
घटना की पृष्ठभूमि
2 अगस्त 2025 को खजौली थाना क्षेत्र के दतुआर गांव निवासी अपराधी समीर कुमार सिंह ने अधिवक्ता संतोष कुमार पर हमला किया और उनका मोटरसाइकिल छीनने का प्रयास किया।
इस मामले में अधिवक्ता संतोष कुमार ने खजौली थाने में आवेदन देकर एफआईआर दर्ज कराई। लेकिन, पुलिस ने उल्टे समीर कुमार के आवेदन पर अधिवक्ता के खिलाफ ही झूठा केस (155/25) दर्ज कर लिया। इससे अधिवक्ताओं में गहरा आक्रोश फैल गया।
अधिवक्ताओं और पुलिस प्रशासन के बीच वार्ता
प्रदर्शन के दौरान अधिवक्ता संघ के प्रतिनिधिमंडल ने जिला अधिवक्ता संघ अध्यक्ष वासुदेव झा और महासचिव शिवनाथ चौधरी के नेतृत्व में एसपी योगेंद्र कुमार से मुलाकात की।
एसपी योगेंद्र कुमार ने भरोसा दिया कि न्यायालय से वारंट मिलते ही आरोपी की गिरफ्तारी होगी। अधिवक्ता संतोष कुमार पर दर्ज मामले की जांच कर निष्कर्ष निकाला जाएगा। यदि जांच में दोषी पाए जाते हैं तो खजौली थानाध्यक्ष प्रवीण कुमार पर भी कार्रवाई होगी। इसके बाद अधिवक्ताओं ने दंडाधिकारी वीणा कुमारी को ज्ञापन भी सौंपा।
अधिवक्ताओं का चेतावनी भरा रुख
जिला अधिवक्ता संघ ने कहा कि यदि जल्द ही आरोपी की गिरफ्तारी और थानाध्यक्ष पर कार्रवाई नहीं हुई, तो आंदोलन और तेज किया जाएगा।