Madhubani police का कारनामा, पकड़ना था ‘नागनाथ’ को पकड़ लिया ‘सांपनाथ’ को। दरअसल, पूरा मामला अपनी ही सरकार (BJP MLA Arun Shankar Prasad raised questions on the working style of the police) को कटघरे में खड़ा करता है। ‘नागनाथ’ और सांपनाथ’ सांकेतिक नाम है। वजह यह, इन दोनों का नाम विजय कुमार सिंह है। इसको लेकर
भाजपा विधायक अरुण शंकर प्रसाद ने पुलिस की कार्यशैली पर उठाए सवाल
बिहार में मधुबनी जिले के खजौली विधानसभा से भाजपा विधायक अरुण शंकर प्रसाद ने बिहार पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए अपनी ही सरकार को कठघरे में खड़ा कर दिया। उन्होंने कहा कि अपराधियों के साथ नरम रवैया और सामाजिक कार्यकर्ताओं के साथ अभद्र व्यवहार, यह कैसी पीपुल-फ्रेंडली पुलिसिंग है?
गलत व्यक्ति को उठाने का मामला पहुंचा सदन में
विधायक अरुण शंकर प्रसाद ने अपने क्षेत्र के विजय कुमार सिंह से जुड़े एक मामले को सदन में उठाया। उन्होंने बताया कि पुलिस को एक अन्य विजय कुमार सिंह को पकड़ना था, लेकिन गलती से दूसरे व्यक्ति को रात 10 बजे उनके घर से उठा लिया।
सरकार के जवाब से असंतुष्ट दिखे विधायक
सरकार की ओर से जवाब दिया गया कि एक ही नाम के दो व्यक्तियों के कारण भ्रम की स्थिति बनी और जब सुबह परिवार वालों ने आधार कार्ड दिखाया तो निजी मुचलके पर छोड़ दिया गया।
- इस पर विधायक ने आपत्ति जताते हुए कहा कि जब पुलिस की गलती थी तो एक सामाजिक कार्यकर्ता को निजी मुचलका भरने के लिए मजबूर क्यों किया गया?
- उन्होंने बिहार पुलिस की कार्यशैली को मनमाना और अन्यायपूर्ण बताया और सरकार से जवाबदेही तय करने की मांग की।
इस मामले ने पुलिस की लापरवाही को उजागर कर दिया है, जिससे बिहार में कानून-व्यवस्था को लेकर फिर बहस तेज हो सकती है।